जौनपुर के खेतासराय में ख़ाकीवर्दी के डर से पलायन कर रहे परिवार, युवक की हत्या का मामला
REPORT- RAJ SAINI/JAUNPUR
जौनपुर के खेतासराय थाना क्षेत्र के दो गांव के बाशिंदे परिवार और बच्चे के साथ ख़ाकीवर्दी के डर से पलायन कर गए है। उन्हें आशंका है कि कहि पुलिस घर से पकड़ कर उन्हें मुल्ज़िम न बना दे। दर्जनों महिलाएं आसपास के खेतों में बच्चों के साथ पनाह ले रखी है।
पूरा गांव दहसत मे अधिकांश घरों में पुलिस के डर से ताले लटके हुए हैं । बतादे की बिते शुक्रवार को खेतासराय के अब्बोपुर गांव में एक युवक का पेड़ पर लटकता शव मिलने के बाद आक्रोशित परिजनों ने हत्या का आशंका जाहिर करतें हुए गांवों वालो के साथ सड़क जाम करके पुलिस पर पथराव किया था, जिसमे तीन पुलिस वाले जख्मी हो गए थे।
घटना के बाद शुक्रवार को घटना स्थल और परिजन के यहाँ पहुँच कर डीएम और एसपी ने तहकीकात की।शुरुआत में आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए कुछ देर के लिए अब्बोपुर- जैगहां मार्ग जाम करने का प्रयास किया,लेकिन परिजन तो मान गए लेकिन मौके पर उमड़ा हुजूम जगह जगह जाम से बाज़ नही आरहे थे।
डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम की कार्रवाई के बाद उपद्रवियों ने जम कर बवाल काटा।दुकानदार तो अपनी दुकान खुली हुई छोड़ कर चले गए।राहगीरों को भी भारी परेशानी सामना करना पड़ा।फिलहाल एक सेक्शन पीएसी बल तैनात कर दिया गया है।पुलिस गांव में चक्रमण कर रही है।
अब्बोपुर, लतीफपुर के बाशिंदे भय से गांव छोड़ कर पलायन हो गए है।अब भी दहशत बनी हुई हैं अब्बोपुर कि दुकाने पूरी तरह से बन्द है। वही एक बुजुर्ग की मौत हो गई जिसमें लोगो का कहना है कि अब्बोपुर गांव निवासी बुजुर्ग छविराज बीमार था और पुलिस के भय से उसके घर वाले बगैर उठाए बुजुर्ग छविराज को घर पर छोड़कर भाग गए जिससे उसे समय पर दवा नही मिल माया जिससे छविराज मौत हो गई।
पुलिस का दहसत बडो के साथ साथ बच्चो में भी है । यहां तक गांव का बच्चो का आरोप है कि पुलिस उनलोगों पर भी अपना कहर बरपाया है । सूरज ढलने के बाद पुलिस गांव मे तांडव करना शुरु कर देतीं हैं । बवाल के बाद राजनैतिक पार्टियों के अलग अलग नेता भी अपनें दल बल के साथ पीड़ित परिवार से मिल रहें है ।
आज वहीं भाजपा के नगर विकास राज्य मंत्री गिरीश यादव भी गांव में पहुंच पीड़ित परिवार से मुलाकात किया और उनलोगों को भरोसा दिलाया कि पुलिस बेगुनाहो को जेल नहीं भेजेंगी।
वहीं गांव में पलायन व बुजुर्ग छविराज के मौत के मामले में पुलिस के आलाधिकारीयों का कैमरे के सामने कहना है यह पूरी खबर गलत है , नहीं गांव से कोई पलायन कर रहा है नही पुलिस किसी को प्रताड़ित कर रही है , और जो वृद्ध की मौत की हुआ है जो बीमारी के कारण हुआ है । पुलिस उनके खबर पर भी पूछताछ के लिए भी नहीं पहुंची थी।
पुलिस पर लगें आरोप कहां तक सही है यह तो जांच के बाद हीं पता चलेगा लेकिन मृतक बुजुर्ग छविराज के परिजनो का कहना है कि पुलिस के चलतें उनके घर के मुखिया की मौत हुईं हैं ।
पुलिस अपना कहर बेगुनाहो पर नहीं बरपाती तो लोग अपनें घरों को छोड़ कर पलायन नहीं करतें घर में पड़े बीमार बुजुर्ग को सही समय से अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता था।
सही समय से उपचार मिलता तो बुजुर्ग छविराज की जान को बचाया जा सकती थी । लेकिन पुलिस इन आरोप को गलत बता रहीं, गांव में लोगों के घरों में लगें ताले, बुजुर्ग मृतक छविराज के घरों में कोहराम इसारो इसरो में बहुत कुछ बयां कर रहीं हैं ।