जेजीबीएस में ‘ब्लॉकचेन’ पर हुई गोलमेज पैनल चर्चा

सोनीपत| जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल (जेजीबीएस) ने आईएससीईए पीटेक ग्लोबल केस कंपीटिशन इंडिया फाइनल राउंड-2018 और ‘लिवार्जिग ब्लॉकचेन एंड इंडियाज प्रिपेयर्डनेस’ को लेकर गोलमेज पैनल चर्चा का अयोजन किया। जेजीबीएस के सेंटर फॉर सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक मैनेजमेंट के कार्यकारी निदेशक सरोज कौल ने ब्लॉकचेन पर पैनल चर्चा और प्रतियोगिता की महत्ता के बारे में बताया।

जिंदल

रविवार को हुई इस चर्चा में जेजीबीएस के डीन प्रोफेसर राजेश चक्रवर्ती ने कहा, “तकनीक के आधार पर हम समय के साथ चलने की कोशिश कर रहे हैं। यह पहल केवल चर्चा और विशेषज्ञता के लिए नहीं है, बल्कि सीमा के अंदर प्रयासों को बढ़ाने के लिए है। ब्लॉकचेन का फायदा बहुत ज्यादा है। हम में इंडस्ट्री में काम करने के अलावा, अवसर का लाभ उठाने की पूरी क्षमता है।”

पैनल वार्ता में इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे ब्लॉकचेन भविष्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, इसमें कई विशेषज्ञों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए।

इस अवसर पर डिलॉइट टोयचे टोहमाट्सू सर्विस के एसोसिएट डाइरेक्टर संदीप चटर्जी ने कहा, “इसके लिए कोई एक समान मानक नहीं है, लेकिन इसका दायरा निश्चित ही काफी बड़ा है। ग्राहकों की सहिष्णुता में भी आश्चर्यजनक रूप से कमी आई है। इसलिए ब्लॉकचेन की अत्यंत जरूरत है।”

इस अवसर पर एनटीएफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के चीफ बिजनेस ट्रांसफोर्मेशन ऑफिसर डॉ. हरीश पंत ने पैनल चर्चा में कहा, “वर्तमान परिदृश्य यह होना चाहिए : व्यापार का नया संदर्भ और संबंधित प्रौद्योगिकी अभिग्रहण क्या है? पहले एक किचन बनाने की जरूरत है, स्मार्ट हाउस के बारे में भूल जाइए। सह-निर्माण को बढ़ावा देना समय की मांग है। भारत में सेवा मंच निर्माण करने और विश्व को इसका फायदा पहुंचाने की अपार संभावनाएं हैं।”

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‘द पीटेक प्राइज ग्लोबल केस कंपीटिशन’ एक वैश्विक प्रतियोगिता है, जिसमें विश्व के शीर्ष 30 बी-स्कूल भाग लेते हैं। इस बार जेजीबीएस के ‘सेंटर फॉर सप्लाई चेन एंड लॉजिस्टिक मैनेजमेंट’ के इंडिया फाइनल राउंड में भारत की सात टीमों ने हिस्सा लिया।

प्रतियोगिता में सात टीमों ने हिस्सा लिया और ‘ब्लॉकचेन मैरीज सप्लाई चेन’ के आधार पर अपने खुद के विषय चुने।

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