जानें क्यों कारगिल में सरकारी अधिकारियों को फोन ऑन रखने और कार्यालय न छोड़ने का मिला आदेश…

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं की आशंका को लेकर कई तरह के निर्देश जारी हुए हैं। पहले अमरनाथ यात्रा को रोकना का आदेश दिया गया फिर घाटी छोड़ने के निर्देश दिए गए और अब कारगिल में सरकारी अधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।

जिसमें कहा गया है कि अधिकारी ऑफिस ना छोड़ें और साथ ही अपने फोन को बंद ना करें। सूत्रों की माने तो कारगिल में भी पाकिस्तान के साथ सीमा तनाव हो सकता है।

बता दें कि अमरनाथ यात्रा को लेकर इंटेलीजेंस इनपुट के हवाले से आतंकवादी खतरे की बात कहते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की। इसमें तीर्थयात्रियों को घाटी से जल्द से जल्द लौटने की सलाह दी गई है।

जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग ने यह एडवाइजरी जारी की है। यात्रा को लेकर शीर्ष सुरक्षा प्रतिष्ठान ने कहा कि इस तरह के इनपुट है कि यात्रा को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है।

एडवाइजरी में कहा गया, “आतंकवादी धमकी के नवीनतम इंटेलीजेंस इनपुट खास तौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने और कश्मीर घाटी के सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रियों व पर्यटकों की सुरक्षा के हित में यह सुझाव दिया जाता है कि तीर्थयात्री घाटी से जल्द से जल्द लौटें।”

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अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हुई और यह 15 अगस्त को समाप्त होनी है। इंटेलीजेंस इनपुट के मद्देनजर कश्मीर में पहले हजारों की संख्या में अर्धसैनिक बल पहुंच चुके हैं। इंटेलीजेंस इनपुट में यात्रा को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाने की बात कही गई है। इससे पहले दिन में सेना ने कहा कि इस तरह के इंटेलीजेंस इनपुट है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी यात्रियों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं।

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