जानिए हल्दी के फायदे और चमत्कारिक औषधीय गुण

हल्दी जिसको Turmeric (Curcuma Longa) कहा जाता है यह पीसकर सब्जियों में मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी अपने गुणकारी रासायनिक तत्वों के कारण औषधि के समान लाभदायक होती है। हल्दी में खून साफ़ करने और सूजन को ठीक करने के मजबूत गुणकारी तत्व होते हैं। अधिकांश परिवारों में सूखी हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है। वैसे कच्ची हल्दी भी बहुत गुणकारी होती है। आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार हल्दी तिक्त, उष्ण, रक्तशोधक, शोथनाशक और वायु विकारों को नष्ट करने वाली होती है। हल्दी की तासीर गर्म होती हैं | हल्दी के सेवन से पेट में छिपे जीवाणु नष्ट होते हैं। हल्दी Penicillin तथा Streptomycin की तरह ही कीटाणुनाशक है। वात, पित्त, कफ के विकारों में हल्दी से फायदा  होता है।

जानिए हल्दी के फायदे और चमत्कारिक औषधीय गुण

हल्दी की उत्पति जमीन के भीतर जड़ के रूप में होती है जमीन के उपर सिर्फ हरा पौधा दिखाई देता हैं | हल्दी का पौधा 2 फीट तक ऊँचे होते हैं | इन पौधों से धीमी धीमी सुगंध निकलती रहती है। इसके पत्ते केले के पत्तो की तरह काफी चौड़े होते हैं। हल्दी में एक विशेष प्रकार का उड़नशील तेल 5.8% होता है। तेल में करक्यूमिन नामक टरपेन्ट (Terpent) होता है जो रक्त की धमनियों में एकत्र Cholesterol को घोलने की क्षमता रखता है। इसके अतिरिक्त हल्दी में Vitamin ‘A’, Protein 6.3%, Carbohydrate 69.4% और खनिज तत्व 3.5% मात्रा में होते हैं। हल्दी में जीवाणुओं को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति होती है।

कच्ची हल्दी को पानी में उबालकर, उसकी महक खत्म करके सुखाकर हल्दी तैयार की जाती है। हल्दी में वातनाशक गुणकारी तत्व होते हैं। हल्दी के सेवन से फोड़े-फुसियां व खाज-खुजली के विकार भी नष्ट होते हैं। हल्दी के रस के सेवन से पेट की पाचन सम्बंधी क्षमता विकसित होती है। इनमे से आप चाहे जो भी नुस्खा आजमायें पर याद रखें, हल्दी ताजी पिसी या साबुत होनी चाहिए बाजार में मिलने वाला हल्दी पाउडर प्रयोग ना करें क्योंकि एक तो लंबे समय तक पड़े रहने की वजह से हल्दी की शक्ति आधी रह जाती है, और दूसरे ज्यादातर रेडिमेड हल्दी पाउडर में रंग की मिलावट होती है |

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हल्दी के फायदे और चमत्कारिक औषधीय गुण :

  • 1 चम्मच हल्दी के पाउडर को प्रतिदिन 1 गिलास गुनगुने दूध के साथ पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक- क्षमता बढती है। सर्दी, जुकाम आदि नहीं होते। शरीर के दर्द, चोट व पीड़ा में भी फायदा होता है।
  • मुंह में छाले होने पर गुनगुने पानी में हल्दी मिलाकर कुल्ला करने से आराम मिलता हैं |
  • हल्दी, नमक में थोड़ा सा सरसों के तेल को मिलाकर अंगुली से प्रतिदिन मसूड़ों की मालिश करना पायरिया, मुंह की बदबू व दांतों के रोग में अत्यन्त लाभकारी है।
  • 2 चम्मच हल्दी, आधा किलो बिना मलाई वाले दही में मिलाकर दिन में 3 बार खायें। पीलिया की बीमारी में लाभ होता हैं ।
  • 1 गिलास गर्म दूध में 1 चम्मच हल्दी, 10 काली मिर्चों का पाउडर मिलाकर सुबह-शाम पियें। ठंड लगकर आने वाला Fever, गला बैठना आदि बीमारी ठीक हो जाएगी।
  • फ़ूड पोइजनिंग से उलटी-दस्त होने पर, 1 चम्मच हल्दी, 1 कप पानी में घोलकर, रोजाना 2 बार पीने से पेट के रोग ठीक हो जाते हैं। पुराने दस्तों में 1 चम्मच हल्दी, 1 कप छाछ में घोलकर रोजाना 2 बार कुछ सप्ताह पीने से फायदा होता है।

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