
यूजी में दाखिले के लिए चल रहे पंजीकरण में कॉलेज का विकल्प देखकर भरें। अगर विकल्प चुनने में लापरवाही की तो विवि दूसरा मौका नहीं देगा। ऐसे में छात्रों को परेशानी हो सकती है। 11 दिन से चल रही पंजीकरण प्रक्रिया में अभी तक 51117 छात्र-छात्राओं ने ही रजिस्ट्रेशन किए हैं।
बता दें की सीसीएसयू से संबद्ध मेरठ और सहारनपुर मंडल के नौ जिलों की बात करें तो एडेड-राजकीय और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में ग्रेजुएशन कोर्सों में 142851 सीटें हैं।
वहीं बीए में एडेड-राजकीय कॉलेजों में 22 हजार और सेल्फ फाइनेंस में 54 हजार से ज्यादा, बीकॉम में एडेड-राजकीय कॉलेजों में 4600 और सेल्फ फाइनेंस में 22000 से ज्यादा सीटें हैं।
लेकिन बीएससी बायो-मैथ-स्टैटिस्टिक्स में एडेड-राजकीय कॉलेजों में 9463 और सेल्फ फाइनेंस में 20 हजार से ज्यादा सीट हैं। बीएससी एजी में एडेड और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में 2840 सीटें हैं।
दरअसल 12वीं के बाद पांच वर्षीय बीए-एलएलबी और बीकॉम-एलएलबी में छह हजार से ज्यादा सीटें हैं। 11 दिन बीतने के बाद शनिवार शाम तक सिर्फ 51117 छात्र-छात्राओं ने ही रजिस्ट्रेशन कराए हैं।
सात जून रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि रखी गई है। छात्र-छात्राएं रजिस्ट्रेशन करते वक्त तीन कॉलेजों का चयन देखकर करें। अगर पहली वरीयता में कॉलेज अलॉट होने के बाद भी एडमिशन नहीं लेते हैं तो फिर उनके नाम पर विवि प्रशासन ओपन मेरिट में ही विचार करेगा।
वहीं प्रवेश के लिए केवल दो मेरिट लिस्ट जारी की जाएंगी, जिसके बाद पंजीकृत अभ्यर्थियों की प्रथम वरीयता को देखते हुए एक ओपन मेरिट जारी की जाएगी। अंतिम ओपन मेरिट लिस्ट के पूर्व ओपन पंजीकरण खोले जाएंगे।