जानिए अमेरिका ने तैनात किया विमानवाहक पोत, तनाव बढ़ने के हो सकते हैं आसार…

अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से और सख्त होते हुए भूमध्य सागर में विमानवाहक पोत यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती कर दी है। अमेरिका के इस कदम से दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

 

 

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वहीं इससे पहले ही ट्रंप प्रशासन ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड को आतंकी सूची में डाल दिया है। इसका मतलब कोई भी देश अब ईरान की सेना के साथ संबंध नहीं रख सकता है। उसके साथ न तो हथियारों की डील की जा सकती है न ही कोई संयुक्त अभ्यास आयोजित हो सकता है।

बता दें की अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने चेतावनी दी है कि अमेरिका ईरान को ‘स्पष्ट’ संदेश भेजने के लिए पश्चिम एशिया में ‘यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप’ और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात कर रहा है कि अमेरिकी हितों या उसके सहयोगियों पर हर हमले से ‘निर्ममता’ के साथ निपटा जाएगा।

जहां बोल्टन ने रविवार को कहा कि ईरान से मिले कई ‘परेशान करने वाले और तनाव बढ़ाने वाले संकेतों एवं चेतावनियों’ के जवाब में पश्चिम एशिया में ‘यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप’ और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात करने का निर्णय लिया गया है।

बोल्टन ने बताया कि यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात करने का मकसद ईरानी शासन को यह स्पष्ट संदेश देना है कि अमेरिकी हितों या हमारे सहयोगियों पर हर हमले से निर्ममता से निपटा जाएगा।

दरअसल उनका कहना हैं की अमेरिका ईरानी शासन के साथ युद्ध नहीं चाहता, लेकिन हम किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, भले ही वह छद्म हो, इस्लामिक रेवल्यूशनरी गार्ड कोर या फिर ईरानी बलों का हमला हो।

 

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