जानिए अब देश के 15 लाख स्कूल, 90 लाख शिक्षक और करोड़ो विद्यार्थी ले सकेगे घर बैठे जानकारी , जाने कैसे…

देश में आज के समय में स्कूलों में बच्चों से मनमानी फीस साथ ही प्रतियोगिता में होने वाली फीस खुलेआम ले रहे हैं. देखा जाए तो छोटे – छोटे बच्चों कि फीस इतनी अधिक हैं कि माता – पिता उसे भर भी रहे हैं। देखा जाए तो पढ़ाई बिलकुल भी न हो ओरी माता पिता समय से फीस भरते रहे बस।

 

 

खबरों के मुताबिक अब स्कूलों की मनमानी फीस, यूनिफार्म और किताबों की शिकायत को लेकर अब अभिभावक परेशान नहीं होंगे। वहीं केंद्र सरकार ने देश के सभी स्कूलों की निगरानी का खाका तैयार कर लिया है। देश के किसी भी स्कूल, शिक्षक, गुणवत्ता, योजना की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी। देश के 15 लाख स्कूलों, 90 लाख शिक्षकों और 25 क रोड़ विद्यार्थियों को शगुन पोर्टल से जोड़ा गया है।

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जहां इसके माध्यम से अभिभावक, शिक्षक, विद्यार्थी या आम लोग कमियों पर सीधे शिकायत कर सकेंगे। इस पर जानकारी प्रतिदिन अपडेट करनी अनिवार्य होगी। इसका अद्घाटन मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक बुधवार को करेंगे।

वहीं इस पोर्टल से देश के सभी स्कूलों और विद्यार्थियों को यूनिफाइड डिस्ट्रिक इन्फोरमेशन ऑफ स्कूल एजुकेशन (यूडीआईएसई) से एक यूनीक नंबर के माध्यम से जोड़ा गया है। पोर्टल से मानव संसाधन विकास मंत्रालय राज्यों, सीबीएसई, केवी, जेएनवी, एनसीईआरटी, एनसीटीई, एनओआईएस, एनबीबी, सीटीएसए पर नजर रखेगा। पोर्टल से डायट भी जुड़ेंगे। निगरानी ऑनलाइन होगी।

दरअसल सभी स्कूलों को जियो टैग से जोड़ा गया है। जियो टैग से डाटा ऐनालिटिक होगा। स्कूलों द्वारा उपलब्ध कराई जानकारी की सत्यता थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन से जांची जाएगी। इसके लिए थर्ड पार्टी मोबाइल ऐप बनाया गया है। इस ऐप से विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक या अन्य कोई सीधे शिकायत भेज सकेगा। सभी राज्यों को अपने सरकारी स्कूलों का 70 बिंदुओं का परफारमेंस ग्रेड इंडेक्स भरना होगा। इसमें शिक्षक और छात्रों की जानकारी देनी पड़ेगी। इसी के आधार पर पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक की रिपोर्ट तैयार होगी।

 

 

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