जानिए अब क्लाउड सर्विस Amazon को देगा टक्कर , स्टार्टअप्स को होंगे कई फायदे…

मुकेश अंबानी ने एक बड़ा एलान किया हैं। लेकिन उनकी कंपनी बदलते परिवेश में स्टार्टअप्स कंपनियां का खास ख्याल रखेगी। देखा जाये तो Jio-Azure क्लाउड सर्विस मुफ्त में उपलब्ध कराएगी। वहीं सोमवार को कंपनी की 42 वीं सालाना आम बैठक की हैं।

 

बतादें क अम्बानी का कहना हैं की वे स्टार्टअप्स के लिए खास कनेक्टिविटी सर्विस लॉन्च कर रहे हैं। यह सर्विस 01 जनवरी 2021 से उपलब्ध होगी और स्टार्टअप्स को जियो पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। समझौते के तहत क्लाउड बेस्ड प्रोडक्टिविटी के साथ अपनी अंदरूनी वर्कफोर्स और Microsoft 365 का सपोर्ट देगा।

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जहां जियो और माइक्रोसॉफ्ट ने लंबे वक्त के लिए दोनों के साथ समझौता किया है, ताकि देश के डिजिटल बदलाव को नई दिशा मिल सके। इस समझौते के तहत भारत में नए क्लाउड डाटा सेंटर लॉन्च किए जाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा संस्थान अपनी डिटिजल क्षमता को विकसित करने के लिए इन टूल्स और प्लेटफॉर्म्स का फायदा उठा सकें।

खबरों के मुताबिक अंबानी ने बताया कि समझौते के तहत माइक्रोसॉफ्ट अपने Azure प्लेटफॉर्म को जियो को उपलब्ध कराएगा और जियो पूरे भारत में बड़े डाटा सेंटर बनाएगा, जिनमें पहले गुजरात और महाराष्ट्र में बनाए जाएंगे, जो 2020 तक शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि सालाना बैठक में स्टार्टअप्स के लिए नए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज लॉन्च की गई हैं, जिनमें हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने निवेश किया है। कंपनी ने ऐसे 14 स्टार्टअप्स में निवेश किया है, जो जियो सर्विसेज को और मजबूत करेंगी।

दरअसल इससे पहले खबरें आई थीं कि जियो क्लाउड कंप्यूटिंग में भी प्रवेश कर रहा है। वहीं जियो-माइक्रोसॉफ्ट की इस सर्विस का मुकाबला अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) से होगा। रिलायंस ने इसके लिए Openstack प्लेटफॉर्म की कोर टीम के कई लोगों को हायर किया था। हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि जियो किस प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराएगी, लेकिन माना जा रहा है कि कंपनी लीनुक्स बेस्ड, विंडोज बेस्ड और मेन क्लाउड होस्टिंग सर्विसेज उपलब्ध कराएगी।

लेकिन माइक्रोसॉफ्ट Azure एक क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट के आईटी इंजीनियर्स ने तैयार किया है। इसके तहत डेवलपर्स और आईटी प्रोफेशनल्स अपने वेबसाइट्स के लिए एप्लीकेशंस को मैनेज कर सकते हैं। इसमें कंप्यूटिंग, स्टोरेज सर्विसेजज, डाटाबेस, नेटवर्किंग, डेवलपर टूल्स, मैनेजमेंट एंड मॉनिटरिंग टूल्स, इंटरप्राइज इंटीग्रेशन और वेब एंड मोबाइल एप्स जैसे फीचर मिलते हैं।

 

 

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