
अक्सर ऐसा होता है कि आपका फोन खो जाता है या फिर चोरी हो जाता है, लेकिन उसका सिम कार्ड या आईएमईआई नंबर बदलने की वजह से उसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। सरकार अगले महीने आपकी इस समस्या का समाधान पेश करने जा रही है।
जहां दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी दी, ‘सी-डॉट के पास प्रौद्योगिकी तैयार है। संसद सत्र के बाद दूरसंचार विभाग मंत्री से इस प्रणाली की शुरुआत के लिए संपर्क करेगा। यह अगले महीने लागू होनी चाहिए।’
दरअसल दूरसंचार विभाग ने जुलाई, 2017 में नकली मोबाइल फोन और चोरी की घटनाओं में कमी लाने के लक्ष्य के साथ सी-डॉट को ‘सेंट्रल एक्विपमेंट आइडेंटीटी रजिस्टर’ (सीईआईआर) विकसित करने का काम दिया था। सरकार ने सीईआईआर के गठन के लिए 15 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की थी। सीईआईआर प्रणाली सिम कार्ड निकालने या आईएमईआई नंबर बदले जाने के बावजूद चोरी या खोए हुए फोन पर सभी तरह की सेवाओं को अवरुद्ध कर देगी।