जया बच्चन के इस बयान ने दिखा दी हमारे समाज के लोगों की मानसिकता, मामले में अमिताभ को भी घसीट लिया !….

जया बच्चन, राज्यसभा से सांसद हैं. समाजवादी पार्टी की नेता हैं. इन्होंने 2004 में समाजवादी पार्टी जॉइन की थी. तब से 2018 तक जया बच्चन चार बार राज्यसभा सांसद चुनी गईं. इन्होंने लखनऊ में एक रैली की. जिसमें उन्होंने नाम न लेते हुए इशारे-इशारे में प्रधानमंत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा-

रखवाले की जिम्मेदारी बहुत जरूरी है, और बहुत अहम है. इस देश में इस वक्त जो माहौल है, जो रखवाला है वही देश के साथ गड़बड़ कर रहा है.

यह बयान देते वक्त जया बच्चन ने सोचा भी नहीं होगा कि उनके एक राजनीतिक बयान पर लोग उनके परिवार और पति को भी घसीट लेंगे. चुनावी माहौल है. अलग-अलग पार्टियों के नेता एक दूसरे पर निशाने साध रहे हैं. बयानों का सिलसिला जारी है. चुनाव में नेताओं का एक-दूसरे के खिलाफ बोलना नॉर्मल ही माना जाता है.

लेकिन पीएम मोदी पर जया बच्चन जो बयान दिया उससे ट्विटर पर कुछ लोग इतने आहत हो गए कि उनके परिवार, बच्चों, बहू सब पर बेहुदा ट्वीट किए जाने लगे. उन्हें काफी ट्रोल किया गया. कई लोगों ने तो जया बच्चन और अमिताभ के रिश्ते को लेकर ही ट्रोलिंग शुरू कर दी.

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एक ट्रोल ने ट्विटर पर लिखा-

‘गड़बड़ तो तूने आकर कर दिया था, रेखा और अमित जी के साथ. आजम खान से दूर रहना वरना बहुत बड़ी गड़बड़ हो सकती है.’

 

एक यूजर ने ये तक कह दिया कि जया बच्चन ने रेखा का हक मारकर गड़बड़ कर दी.

एक यूजर ने तो ये तक कह दिया कि जया बच्चन अमिताभ की जिंदगी की सबसे बड़ी भूल हैं. एक अन्य ने लिखा कि अमिताभ उन्हें पसंद नहीं करते हैं.

 

अब सवाल ये उठता है कि एक पूरी तरह से राजनीतिक बयान को लेकर किसी महिला नेता पर पर्सनल अटैक करना, उनके पति, उनके परिवार को लेकर उन्हें ट्रोल करना क्या सही है? जया बच्चन विपक्ष की इकलौती नेता नहीं हैं जिन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा है लेकिन उन्हें सिर्फ इसलिए टारगेट करना कि वो महिला हैं, क्या सही है?

 

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