चुनाव से पहले कांग्रेस में घमासान, सीएम का सोनिया को खत- नहीं लड़ूंगा चुनाव
नई दिल्ली। कांग्रेस के लिए कुछ भी सही होता नहीं दिखा रहा है। हिमाचल कांग्रेस में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले घमासान शुरू हो गया है। सूबे के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की नाराजगी बढ़ती जा रही है। वजह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को लगातार तरजीह मिलना है।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह लगातार सुक्खू को हटाने मांग आलाकमान से कर रहे हैं. आलम यह था कि वीरभद्र सिंह कुछ वक्त पहले तक हिमाचल की प्रभारी महासचिव अंबिका सोनी से सुक्खू के साथ मिलने को तैयार नहीं थे। अब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखकर साफ कहा है कि अब मैं ना तो चुनाव लड़ूंगा और ना ही लड़ाऊंगा।
जब अंबिका सोनी से सुक्खू के साथ वीरभद्र मिलने को तैयार नहीं थे, तो सोनिया गांधी के निर्देश पर अंबिका ने अहमद पटेल की मदद ली। सोनिया के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल की मौजूदगी में अंबिका के घर पर सुक्खू और वीरभद्र एक साथ आये।
इस बैठक में अहमद ने वीरभद्र को आश्वासन दिया कि अगले चुनाव की जिम्मेदारी आप पर ही है। आप ही हमारा चेहरा हो। बस सुक्खू को अध्यक्ष बने रहने दीजिए, वो आपके हिसाब से ही चलेगा। मुश्किल से वीरभद्र मान गए थे, लेकिन अंबिका को लेकर उनकी नाराजगी बनी रही।
सूत्रों के मुताबिक इसके बाद आनन फानन में वीरभद्र ने पिछले हफ्ते सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ अहमद पटेल को नाराज़गी भरा खत लिख डाला। इसमें आलाकमान पर दबाव डालते हुए वीरभद्र ने दो टूक लिखा कि मैं पहले भी राज्य में पार्टी संगठन के हालात की जानकारी आप लोगों को देता रहा हूं, लेकिन परिस्थितियां जस की तस हैं। ऐसे में मैं ना चुनाव लडूंगा और ना ही पार्टी को लड़वाऊंगा। इसके बाद से पार्टी में सभी के हाथ-पांव फूले हुए हैं।