
चीन के जोंग शानशान {Zhong Shanshan} एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। उन्होंने भारत के मुकेश अम्बानी को पिछे छोड़ते हुए यह कीर्तिमान स्थापित किया है। वैश्विक धनकुबेरों की ब्लूमबर्ग की ताजा सूची में शानशान 77.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ 11वें स्थान पर हैं।
आप को बता दें कि भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी 76.9 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ 12 वें स्थान पर फिसल गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स {Bloomberg Billionaires Index} में अमेरिका के जेफ बेजोस 192 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ पहले स्थान पर बने हुए हैं। वहीं अमेरिका के ही एलन आर मस्क 167 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर बने हुए हैं।
शानशान की यह उपलब्धि काफी महत्वपूर्ण है क्यों कि चीन के बाहर उन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। शानशान ने अपनी करियर की शुरुआत में पत्रकारिता करने के बावजूद भी खुद प्रेस से दुरी बनाकर रखते हैं। चीन के वाटर किंग ने वर्ष 2020 में अपनी संपत्ति में 70.9 बिलियन जोड़े हैं। इतिहास में यह सबसे तेज रफ्तार से संपत्ति सृजन को दिखाता है।
शानशान {66} का ना कोई राजनीतिक जुड़ाव है और ना ही वह किसी अमीर परिवार से आते हैं। लेकिन अपनी समझबूझ और कारोबारी कौशल से वह एशिया के सबसे अमीर शख्स बनकर उभरे हैं।
आप को बता दें कि शानशान चीन की बोतलबंद पानी की सबसे बड़ी कंपनी Nongfu Spring के संस्थापक और चेयरमैन है। दवा की दिग्गज चीनी कंपनी ‘Wantai’ का भी स्वामित्व शानशान के पास है।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपने करियर की शुरुआत में शानशान ने कंस्ट्रक्शन वर्कर, न्यूज रिपोर्टर से लेकर बिवरेज कंपनी में सेल्समैन तक की नौकरी की। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपनी कंपनी शुरू की। उन्होंने बोतलबंद पानी की कंपनी Nongfu Spring की स्थापना 1996 में की थी।
मौजूदा समय में Nongfu Spring और Wantai के शेयरों में जबरदस्त तेजी से शानशान की संपत्ति में यह बढ़ोत्तरी हुई है। गौरतलब है कि ‘Wantai’ कोविड-19 का वैक्सीन विकसित करने की होड़ में लगी कंपनीयों में शुमार है।