चीन के इस कदम से फेक न्यूज पर लगेगी लगाम, जानें कैसे होगा संभव

बीजिंग: एक गलत सूचना इंसान को परेशान कर सकती है किसी की जान तक ले सकती है। शुरुआती दौर में दौर में सूचनाओं का आदान प्रदान सही ढंग से होता था लेकिन इंटरनेट और सोशल साइट के इतना आसान होने से लोग अपने फायदे के लिए गलत सूचनाएं भी देने लगे।

जिसको लेकर लगभग सभी देश चिंतत हैं लेकिन अब चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि चीन ने अब एआई की सहायता से फेक न्यूज बनाने वालों पर शिकंजा कसने को तैयार है।

चीन ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence- AI) और आभासी वास्तविकता प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करके फेक न्यूज बनाने वालों पर बैन लगाते हुए इस संबंध में नए नियम जारी किए हैं।

शुक्रवार को चीन के साइबर स्पेस अथॉरिटी ने जारी किए गए नए नियम में बताया कि, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और आभासी वास्तविकता प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करके फेक न्यूज के लिए ऑनलाइन वीडियो और ऑडियो बनाने, फैलाने और प्रसारित करने के लिए इजाज़त नहीं होगी। बता दें कि, चीन में ये नए नियम अगले साल 1 जनवरी, 2020 से लागू कर दिए जाएंगे।

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चीन के साइबर स्पेस अथॉरिटी ने कहा कि, इन नए नियमों का पालन न करने को अपराध माना जा सकता है। अमेरिकी जांच के मुताबिक, साल 2016 के अमेरिकी चुनाव अभियान के बाद से फेक न्यूज को लेकर अधिक चिंता जताई जा रही है। जिसमें बड़ी संख्या में ऑनलाइन फेक न्यूज का इस्तेमाल देखा गया है। चीन के शीर्ष वैधानिक निकाय के मुताबिक, इस साल की शुरुआत में वो फेक न्यूज तकनीक को अवैध बनाने का विचार कर रहे थे।

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