भारत ने सफलतापूर्वक चंद्रयान-2 को चांद की कक्षा में कराया प्रवेश…

भारत का चंद्रयान -2 चांद की कक्षा में सुबह 09:02 मिनट पर प्रवेश कर लिया। चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने में चंद्रयान को 1738 सेकेंड्स का समय लगा। जिसे 22 जून को श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष में भेजा गया था। चंद्रयान-2 को चांद की कक्षा में प्रवेश कराना वैज्ञानिकों के लिए कड़ी चुनौती थी। जिसे भारत ने सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के सिवन इसे लेकर आज सुबह 11 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। जिसमें वह मिशन को लेकर बात करेंगे।

चंद्रयान-2

इससे पहले सोमवार को सिवन ने बताया था कि चांद की कक्षा में आने के बाद से चंद्रयान-2 चांद की चार कक्षाओं से होकर गुजरेगा, जिसके बाद यह चांद की अंतिम कक्षा में दक्षिणी ध्रुव पर करीब 100 किमी ऊपर से गुजरेगा। इसी दौरान यानी दो सितंबर को यान का विक्रम लैंडर ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा। विक्रम चार दिन तक 30 गुणा 100 किमी के दायरे में चांद का चक्कर लगाएगा।

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इसके बाद यह चांद के दक्षिणी ध्रुव में सतह पर सात सितंबर को अपना कदम रखेगा। 22 जुलाई को लॉन्च हुए इस मिशन ने इससे पहले 23 दिन पृथ्वी के चक्कर लगाए थे। फिर चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने में इसे 6 दिन लगे। चांद की कक्षा में पहुंचने के बाद यान 13 दिन तक चक्कर लगाएगा।

चार दिन बाद यानी संभवत: सात सितंबर को वह चांद की सतह पर पहले से निर्धारित जगह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक, चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग इसरो के लिए इस मिशन की सबसे बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि वहां हवा नहीं चलती और गुरुत्वाकर्षण बल भी हर जगह अलग-अलग होता है।

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