घूसकांड में कसा सीबीआई का शिकंजा, बीबीएयू की प्रवेश परीक्षाएं टली

बीबीएयूलखनऊ। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में संविदा बढ़ाने के नाम पर शिक्षक से घूस मांगने के आरोप में पकड़े गए डीन प्रो. विपिन सक्सेना को प्रवेश परीक्षा की गोपनीय समिति में शामिल किया गया था और वह ही प्रवेश परीक्षा के प्रश्नपत्र भेजने और कापियां जमा करने की जिम्मेदारी निभा रहे थे। फिलहाल सीबीआई के शिकंजे में प्रो. विपिन सक्सेना के फंसने के बाद बीबीएयू प्रशासन ने शनिवार से पांच जून तक होने वाली सभी प्रवेश परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।

उधर विद्यार्थियों ने प्राक्टर प्रो. राम चंद्रा को ज्ञापन सौंपकर प्रवेश परीक्षाएं निरस्त करवाने की मांग की थी। छात्रों का आरोप था कि पीएचडी व एमफिल प्रवेश परीक्षा की सीटें बेची गई हैं। छात्र श्रेयात बौद्ध का आरोप है कि 85 हजार से लेकर 1.60 लाख तक एक-एक सीट की कीमत है।

बीबीएयू के कुलपति प्रो. आरसी सोबती ने डीन प्रो. विपिन सक्सेना को सभी पदों से तत्काल हटाने के आदेश जारी किया। प्रोफेसर सुनीता मिश्र को इनकी जगह डीन स्कूल आफ एजुकेशन और प्रो. आरए खान को डीन स्कूल आफ इंफार्मेशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी का डीन बनाया गया है। फिलहाल अचानक प्रवेश परीक्षाएं निरस्त होने के कारण शनिवार को विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे कर्मचारियों ने इसे लेकर नाराजगी जताई।

शिक्षक की संविदा बढ़ाए जाने के लिए 50 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए डीन प्रो. विपिन सक्सेना के पास कई अहम जिम्मेदारी थी और वह बीबीएयू प्रशासन की गुड बुक्स में शामिल थे। डीएन स्कूल आफ एजुकेशन, डीएन स्कूल आफ इनफार्मेशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर, रिक्रूटमेंट के इंचार्ज, प्रवेश की गोपनीय समिति के सदस्य व बोर्ड आफ मैनेजमेंट के नामित सदस्य थे। यही नहीं बीबीएयू के सेटेलाइट कैंपस में भी उनसे काम लिया गया। ऐसे में अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि इस अन्य कार्यो की भी जांच होनी चाहिए।

कई और शिक्षकों से मांगी थी संविदा बढ़ाने के लिए घूस : घूस लेने के आरोप में पकड़े गए प्रोफेसर विपिन सक्सेना ने सिर्फ डॉ. वेद कुमार तिवारी से ही 50 हजार घूस नहीं मांगी थी बल्कि प्रमोद कुमार, उमाशंकर, सुधाकर दीक्षित और सलित प्रताप सिंह से भी पैसे मांगे थे। यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में यह सभी संविदा पर असिस्टेंट प्रोफेसर के संविदा के पद पर कार्यरत हैं।

सीबीआई की टीम ने घूस लेने के आरोप में पकड़े गए प्रोफेसर विपिन सक्सेना के पास से 14 लाख रुपये बरामद किए। इसके बाद यह सिर्फ शिक्षकों की संविदा अवधि बढ़ाने के नाम पर घूसखोरी ही नहीं बल्कि अन्य मामलों में घूस लेने पर भी शक गहरा गया है। फिलहाल सीबीआई की टीम ने बीबीएयू की सेंट्रल लाइब्रेरी में प्रो. विपिन सक्सेना के कार्यालय में शुक्रवार की पूरी रात अहम दस्तावेज खांगले और शनिवार की सुबह तक सर्च आपरेशन चलता रहा।

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