गोरखपुर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाकर खरीदने वालों के खिलाफ पुलिस ने की कार्रवाई
रिपोर्ट-पंकज श्रीवास्तव
गोरखपुर । गोरखपुर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाकर उसके आधार पर शस्त्र खरीदे जाने के मामले में पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है।पुलिस ने इस मामले में कलेक्ट्रेट में तैनात असलहा बाबू समेत तीन को गिरफ्तार किया है।
गोरखपुर के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में कलेक्ट्रेट के शस्त्र अनुभाग में तैनात असलहा बाबू राम सिंह, पूर्व असलहा बाबू अशोक गुप्ता और कम्प्यूटर आपरेटर अजय गिरी को गुरुवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। इसमें वर्तमान असलहा बाबू राम सिंह ने ही इस मामले में वादी के रूप में पहली एफआईआर दर्ज करवाई थी। लेकिन, पुलिस ने पर्याप्त सुबूत मिलने के बाद उसे ही मुख्य आरोपी बनाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
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इसके पीछे एक तरह से पूरा गैंग काम कर रहा था. कलेक्ट्रेट के असलहा बाबू राम सिंह, पूर्व में तैनात असलहा बाबू अशोक गुप्ता, संविदा पर तैनात क्लर्क अजय गिरि और रवि आर्म्स कारपोरेशन का मालिक रवि प्रकाश पाण्डेय इसमें शामिल थे. इस मामले में एक और आरोपी विजय प्रकाश फरार है। कुल सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. तीन की गिरफ्तारी होना बाकी है. वे भी जल्द अरेस्ट हो जाएंगे. प्रशासन और पुलिस को पर्याप्त सुबूत और रिकार्ड मिल गए हैं। बाहर से 300 मेल, 4000 डेटा डिलीट किए गए हैं और 13 बार पेन ड्राइव का इस्तेमाल हुआ है।