गाय का कंकाल उठाने से मना किया तो दलित गर्भवती महिला को पीटा

गुजरात अहमदाबाद। गुजरात में दलित लोगों पर जुल्‍म कम नहीं हो रहे हैं। उन्‍हे कभी मृत गायों को उठाने के लिए पीटा जाता तो कभी न उठाने के लिए पिटाई कर दी जाती है। ऐसा ही एक मामला शनिवार को उस वक्‍त सामने आया जब दबंगों ने गांव की एक गर्भवती दलित महिला सहित उसके परिजनों की एक गाय का कंकाल कहीं दूर फेंक आने से इनकार करने पर बहुत बुरी तरह पिटाई की।

मामला गुजरात के बनासकांठा जिले के करजा गांव का है। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में आईपीसी और एससी-एसटी (उत्पीड़न रोकथाम) कानून की विभिन्न धाराओं के तहत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। निलेश रनवासिया की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी के मुताबिक, दरबार समुदाय के करीब 10 लोगों ने शुक्रवार रात उसकी गर्भवती पत्नी सहित उसके पूरे परिवार की उस वक्त पिटाई की, जब उन्होंने गाय के शव को दूर फेंक आने से इनकार कर दिया।

गर्भवती महिला और दो अन्य औरतों सहित छह लोग पिटाई की वजह से घायल हुए हैं। गर्भवती महिला को पालनपुर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि मामूली तौर पर जख्मी हुए निलेश एवं अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

बनासकांठा के पुलिस अधीक्षक नीरज बड़गूजर ने कहा कि पुलिस तुरंत गांव में पहुंची और कुछ ही घंटों के भीतर छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बतावर सिंह चौहान (26), मकनुसिंह चौहान (21), योगीसिंह चौहान (25), बावरसिंह चौहान (45), दिलवीर सिंह चौहान (23) और नरेंद्र सिंह चौहान (23) के तौर पर की गई है। बड़गूजर ने कहा कि गांव में तनाव बढ़ने के कारण पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और गश्त बढ़ा दी है।

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