दुनिया में बढ़ गया हिंदुत्व का रुतबा, महादेव के विकराल रूप के आगे गिनीज ने झुकाया शीश

गिनीज बुकनई दिल्ली| ईशा योग फाउंडेशन स्थित आदियोगी भगवान शिव की 112 फुट की प्रतिमा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने दुनिया की सबसे बड़ी आवक्ष प्रतिमा के रूप में दर्ज किया है। इसी साल 24 फरवरी को ईशा योग फाउंडेशन में पीएम नरेंद्र मोदी ने शिव की ‘आदियोगी’ मूर्ति का उद्घाटन किया था।

गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम

गिनीज ने अपनी वेबसाइट पर यह घोषणा की है। आदियोगी  के नाम से बनी शिव की अर्धमूर्ति की ऊंचाई 112.4 फीट है, 24.99 मीटर चौड़ी और 147 फीट लंबी है।

प्रतिमा की खासियत

यह प्रतिमा मुक्ति का प्रतीक है और उन 112 मार्गों को दर्शाता है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को प्राप्त कर सकता है।

इस प्रतिमा को स्टील से बनाया गया है और धातु के टुकड़ों को जोड़कर इसे तैयार किया गया है। आज से पहले इस तकनीक का कही प्रयोग नहीं किया गया है।

प्रतिमा का वजन 500 टन है। शिव की सवारी नंदी बैल को भी बड़े खास तरीके से तैयार किया गया है। धातु के 6 से 9 इंच बड़े टुकड़ों को जोड़कर नंदी का ऊपरी हिस्सा तैयार किया गया है।

भगवन शिव के चेहरे के डिजाइन को तैयार करने के लिए करीब ढाई साल लगे और ईशा फाउंडेशन की टीम ने इसे 8 महीने में पूरा किया।

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