जिस भी तरह का दर्द हो करें गीली,सूखी और गर्म पट्टी, हर दर्द पर कसेगा शिकंजा

दर्द एक आम समस्या है, जो अक्सर लोगों को परेशान करती है। ज्यादा काम के कारण, मांसपेशियों में खिंचाव के कारण, गलत पोजीशन में लेटने-बैठने के कारण या कई बार शरीर की अंदरूनी समस्याओं के कारण अलग-अलग अंगों में दर्द होता है। ज्यादातर लोग दर्द होने पर दर्दनिवारक दवाएं खाकर इससे आराम पा लेते हैं मगर अक्सर दर्द निवारक दवाओं का प्रयोग करने से शरीर में कई तरह की समस्याएं होती हैं इसलिए इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए। दर्द से राहत पाने के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं। गीली पट्टी के प्रयोग द्वारा हर प्रकार के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए आपको बताते हैं कैसे करें इसका प्रयोग।

गर्म पट्टी

सिर या कान दर्द होने पर

सिर या कान दर्द होने पर गीली पट्टी का प्रयोग कर सकते हैं। सिर की गीली पट्टी से कान का दर्द, सिरदर्द व सिर की जकड़न दूर होती है। सूती कपड़े की पट्टी इतनी लंबी होनी चाहिए कि गले के पीछे से होते हुए कानों को ढकते हुए आंखों और मस्तक को पूरा ढक लें। पट्टी लगभग दो इंच चौड़ी और दोगुनी लम्बी होनी चाहिए। पट्टी को ठंडे पानी में भिगोकर निचोड़ लें फिर इस पट्टी को आंखें, माथे एवं पीछे कानों को ढकते हुए एक राउण्ड लपेट दें। लगभग एक घंटा इस पट्टी को लगाएं। इससे दर्द में आपको राहत मिलेगी।

गले में दर्द होने पर

हालांकि इस पट्टी को रोगनिवारक प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है। लेकिन गले की गली पट्टी टांसिलायिटिस, गले के आस-पास की सूजन, गला बैठना, घेंघा जैसे रोगों में लाभकारी है। एक सूती पट्टी -गले की चौडाई जितनी चौड़ी एवं इतनी लंबी होनी चाहिए कि गले में तीन-चार बार आसानी से लिपट जाएं। सूती पट्टी को ठन्डे पानी में भिगोकर और निचोड़कर गले में तीन-चार लपेटे लगा दें। इस पट्टी को 45 मिनट से 1 घंटे तक लगाना है।

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पेट दर्द होने पर

दर्द के साथ पेट के सभी रोगों जैसे पेट की सूजन, कब्‍ज के अलावा अनिद्रा, बुखार एवं महिलाओं की सभी समस्‍याओं के लिए रामबाण चिकित्सा है। इसे रात्रि भोजन के दो घंटे बाद पूरी रात तक लपेटा जा सकता है। सूती कपडे की पट्टी इतनी चौड़ी होनी चाहिए कि पेडू सहित नाभि के तीन अंगुल ऊपर तक आ जाये एवं इतनी लंबी कि पेडू के तीन-चार लपेट लग सकें। सूती पट्टी को भिगोकर, निचोड़कर पेडू से नाभि के तीन उंगली ऊपर तक लपेट दें। एक से दो घंटा या सारी रात इसे लपेट कर रखें। लेकिन ध्यान रखें कि अगर रात भर के लिए लपेट रहे हैं, तो गीली पट्टी का प्रयोग न करें नहीं तो त्वचा संबंधी समस्या हो सकती है।

मांसपेशियों में खिंचाव होने पर

ज्यादातर हाथ और पैरों की मांसपेशियों में ही खिंचाव होता है। मांसपेशियों में खिंचाव होने पर गर्म पट्टी को दर्द वाली जगह पर कोई दर्द निवारक बाम या जेल लगाकर बांध लें और एक-दो घंटे बंधा रहने दें। इससे नसों को गर्माहट मिलेगी और सूजन दूर होगी। अगर खिंचाव ज्यादा गंभीर नहीं है, तो एक दिन में ही दर्द से राहत मिल जाती है।

 

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