
भारत में आर्थिक वयवस्था को लेकर मंदी का दौर में आईटी सेक्टर पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा हैं. देखा जाये तो वित्त वर्ष कि तिमाही में आईटी सेक्टर में कई भर्तियां की गई हैं.देखा जाये तो सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग में भर्तियां कई रिकॉर्ड में कि गयी हैं.
खबरों के मुताबिक अप्रैल से जून की तिमाही में सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग में रिकॉर्ड 85,000 नई नौकरियां दी गई हैं. पिछले छह साल में यह आईटी इंडस्ट्री द्वारा किसी एक तिमाही में दी गई सबसे ज्यादा नौकरियां हैं. इक्विटी रिसर्च फर्म सीएलएसए की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
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जहां आईटी कंपनियों को आगे मांग काफी मजबूत रहने की उम्मीद है, इसलिए वे भर्ती में तेजी ला रही हैं. ऑनसाइट लोकेशन यानी कंपनी के अपने दफ्तरों और इन-हाउस प्रोजेक्ट में काम करने वाले कर्मचारियों की भर्ती बड़ी संख्या में हुई है.
बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार, अमेरिका में एच-1बी वीजा नियमों में सख्ती की वजह से अब आईटी कंपनियां घरेलू दफ्तरों में भर्ती बढ़ाने को मजबूर हुई हैं. सीएलएसए के अनुसार, आईटी कंपनियों ने इसके पहले साल 2012-13 की पहली तिमाही में करीब 50,000 लोगों की भर्ती की थी, लेकिन 2013-14 की चौथी तिमाही तक यह संख्या घटकर 38,000 रह गई.
इसके बाद फिर साल 2015-16 की पहली तिमाही में यह संख्या बढ़कर 70,000 तक पहुंच गई. लेकिन इसके बाद साल 2017-18 की मार्च यानी अंतिम तिमाही में यह संख्या काफी घटकर सिर्फ 10,000 रह गई. इसके बाद, भर्तियों में लगातार बढ़त होते देखी गई है. वहीं ज्यादातर भर्तियां घरेलू आईटी कंपनियों ने मांग में बढ़त की उम्मीद में की है. अब ज्यादातर भर्तियां ऑनसाइट की जा रही हैं, क्योंकि ज्यादातर कंपनियां ऑफसाइट भर्ती पहले ही काफी कर चुकी हैं.
पिछली तिमाही में देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने करीब 12,356 कर्मचारियों की भर्ती की है, जो पिछले पांच साल में किसी एक तिमाही में कंपनी द्वारा की गई सबसे ज्यादा भर्ती है. कंपनी के मुताबिक उसने 30,000 फ्रेशर्स को भी ज्वाइनिंग लेटर दिया है, जिसमें से 40 फीसदी ने इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ज्वाइन भी कर लिया है.
दरअसल विप्रो ने पहली तिमाही में 3,425 लोगों को नौकरियां दी हैं. कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर 1,74,850 तक पहुंच गई है. इस दौरान नोएडा स्थित कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने 5,935 लोगों को नौकरियां दी है. इन्फोसिस ने इस दौरान करीब 8000 लोगों को नौकरियां दी हैं, हालांकि कंपनी से बड़ी संख्या में कर्मचारियों के निकलने की वजह से शुद्ध भर्ती संख्या महज 908 रह गई. जानकारों का कहना है कि अगले महीनों में अलग तरह के खासकर डिजिटल स्किल में आईटी कंपनियां और भर्ती करेंगी.