खुले मौसम ने लौटाई मुस्कान, पर खतरा बरकरार

रफ्तारदेहरादून। उत्तराखंड में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने से लोगों को राहत मिलने लगी है। बारिश कम होने के साथ ही मौसम खुलने लगा है। काफी दिनों बाद ऐसा मौसम देख लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं। जहां लोग मौसम के बदलने से इतने खुश हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मौसम एक बार फिर रंग बदल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चौबीस घंटे तक प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।

दूसरी ओर चार धाम यात्रा में भूस्खलन की मुसीबतें जारी है। बदरीनाथ हाईवे अब सुचारु रूप से चल रह है, लेकिन गंगोत्री हाईवे पर बार-बार आ रहे मलबे से यात्रा में बाधा पड़ रही है। पिथौरागढ़ में जौलीजीवी मुनस्यारी मार्ग घिघरानी के पास मलबा आने से बंद हो गया। यहां गत रात जमकर बारिश हुई थी।

उत्तरकाशी और ऋषिकेश के बीच हाईवे पर रतूड़ासेरा नामक स्थान पर एक स्लाइडिंग जोन सक्रिय होने के कारण यह स्थिति बनी है। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से दस किलोमीटर दूर इस स्थान पर बार-बार आ रहा मलबा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है।

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यहां एक जेसीबी और बीआरओ के श्रमिक फिलहाल स्थायी तौर पर रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।

फिलहाल गढ़वाल मंडल के साथ ही कुमाऊं मंडल में कहीं मौसम साफ है तो कहीं बादल छाए हैं। पौड़ी, रुड़की और टिहरी में बादल से बारिश के आसार बन रहे हैं, वहीं पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल आदि स्थानों पर धूप खिली है।

यह भी पढ़ें- युवाओं को नहीं मिलेगी चाचा नेहरू से ‘शिक्षा’, सरकार ने तैयार किया मसौदा

मंगलवार की रात धारचूला में फिर भारी बारिश होने से काली नदी 888.55 मीटर पर बह रही है। खतरे का निशान 890 मीटर है। मुनस्यारी में भी रात को 13 एमएम वर्षा हुई। अन्य तहसील क्षेत्रो में मौसम सामान्य रहा। जौलजीवी मुनस्यारी मार्ग घिघरानी के पास मलबा आने से बंद पड़ा है।

LIVE TV