क्रिकेट इतिहास में पहली बार 7वीं गेंद पर आऊट हुआ बल्लेबाज
भारतीय टीम फिलहाल ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर है, जहां पर वह तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलने में व्यस्त है. वहीं दूसरी और ऑस्ट्रेलिया में इन दिनों बिग बैश लीग खेली जा रही है, जिसमें काफी रोमांचक मुकाबलों के साथ-साथ कई विवादित वाकये भी देखने को मिल रहे हैं. रविवार को पर्थ के मैदान पर सिडनी सिक्सर्स और पर्थ स्कॉर्चर्स के बीच एक मैच खेला गया, जिसमें पर्थ के अनुभवी बल्लेबाज माइकल क्लिंगर के डिसमिसल को लेकर बहुत बड़ा विवाद हो गया.
माइकल क्लिंगर के विवादित तरीके से आउट होने के पीछे अंपायरों की ऐसी गलती सामने आई जो बहुत हैरान कर देने वाली थी. दरअसल, माइकल क्लिंगर जिस गेंद पर आउट हुए वह एक ओवर की सातवीं गेंद थी जिस पर अंपायर का ध्यान नहीं गया. एक ओवर में 6 गेंद होती हैं, लेकिन जब ओवर की सातवीं गेंद पर कोई बल्लेबाज आउट हुआ तो अंपायरों ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि यह ओवर की कौन सी गेंद है.
हुआ यूं कि इस मैच में सिडनी सिक्सर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट गंवा कर 177 रन बनाए और पर्थ स्कॉर्चर्स को जीत के लिए 178 रनों का लक्ष्य दिया.
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लक्ष्य का पीछा करने उतरी पर्थ स्कॉर्चर्स को पहला झटका उस समय लगा जब दूसरे ओवर में सिडनी सिक्सर्स के गेंदबाज बेन वारशुईस की गेंद पर माइकल क्लिंगर ने स्टीव ओकीफ को कैच थमा दिया. क्लिंगर जिस गेंद पर आउट हुए वो ओवर की सातवीं गेंद थी और क्रिकेट के नियमों के अनुसार एक ओवर में सिर्फ 6 गेंद होती हैं 7 नहीं. उस ओवर में बिना किसी वाइड या नो के छह गेंद पहले ही फेंकी चुकी थी और क्लिंगर जिस पर आउट हुए वो सातवीं गेंद थी.