देश लगातार कोरोना महामारी का कहर झेल रहा है। दिन पर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। संक्रमण की दूसरी लहर के कारण हालात बेकाबू हो चुके हैं। एक ओर जहां देश महामारी की रोकथाम में लगा हुआ है वहीं दूसरी ओर एक चिंताजनक दावा सामने आ रहा है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पानी में कोरोना वायरस के साक्ष्य पाए गए जिसके बाद यहां के लोग असमंजस में नजर आ रहे हैं। बता दें कि इस बात की पुष्टि करने के लिए संजय गांधी पीजीआई के डॉक्टरों की टीम शोध में लगी हुई है। बताया जा रहा है कि लखनऊ के खदरा और घंटाघर क्षेत्र में सीवेज के जरिए लोगों के घरों तक कोरोना वायरस पहुंच रहा है। हालांकि अब यह बात कितनी सच है इस पर शोध जारी है।

इस विषय पर शोध कर रहे डॉक्टरों ने दावा करते हुए कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि नदियों में कोरोना संक्रमितों एवं संक्रमितों के द्वारा इस्तेमाल में आई वस्तुओं को नदियों में खुलेआम बहाया जा रहा है। जिससे यह संक्रमण हमारे घरों की दूरी को तय कर रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र में भी ऐसे दावे किए जा चुके हैं। जिसके बाद अब लखनऊ में रह रहे लोगों के लिए यह विषय एक समस्या बना हुआ है। कोरोना वायरस हमारी आबो-हवा में खुलता जा रहा है। अब अगर जल्द ही इस संक्रमण का समाधान नहीं निकाला गया तो यकीनन हमारा जीना दूभर हो जाएगा। फिलहाल अलग-अलग जगहों के पानी के सैम्पलों को कलैक्ट किया जा चुका है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम द्वारा इस विषय पर शोध जारी है।
