कौन से वो राज़ हैं टाइटैनिक से जुड़े जिनके बारे में आज भी लोग हैं बेखबर?

टाइटैनिक जहाज के हादसे के बारे में सभी को पता है और इसे सुनकर ही डर जाते हैं. इस पर बनी हॉलीवुड फिल्म भी देखी होगी जिसमें एकदम ही असल नज़ारे देखने को मिले थे. इस फिल्म में टाइटैनिक जहाज के हादसे की कहानी बताई गई थी कि किस तरह सभी ओर खौफ का मंजर था. टाइटैनिक जहाज इस हादसे में पूरी तह तबाह हो गया था और इसका मलबा ढूँढने में भी 73 साल लग गए थे. ऐसे में आज हम आपको टाइटैनिक जहाज से जुड़े रोचक तथ्यों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपको हैरान कर देगी.

titanic

* टाइटैनिक अपने समय का दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री जहाज़ था. यह उस समय इंसान द्वारा बनाई गई सबसे बड़ी चीज़ थी जो कभी डूब नहीं सकता था.

 

* टाइटैनिक जहाज़ को 31 मार्च, 1909 को तीन हज़ार लोगों की टीम ने बनाना शुरू किया और सिर्फ 26 महीनों में यानि कि 31 मई, 1911 तक इसे बना डाला. यह जहाज़ तीन फुटबाल के मैदानों जितना बड़ा था और 31 मई 1911 को इसे देखने के लिए एक लाख से ज्यादा लोग आए थे.

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* Titanic की डेकोरेशन और चिमनियां लगाने का काम अप्रैल 1912 तक चलता रहा और इसी महीने इसे अपनी पहली (और आख़री) यात्रा के लिए जाना था.

 

* टाइटैनिक 10 अप्रैल 1912 को इंग्लैंट के साउथम्टन (Southampton) से न्युयार्क की ओर रवाना हुआ. चार दिन सब ठीक – ठाक चलता रहा, पर 14 अप्रैल 1912 को रात 11 बज कर 40 मिनट पर यह एक हिमपर्वत (Iceberg) से टकरा गया और इसके निचले हिस्सों में पानी भरना शुरू हो गया.

 

* जहाज़ के हिमपर्वत से टकराते ही जहाज़ पर खौफ़ का माहौल पैदा हो गया, पर संकट के समय में कुछ समझदार लोग आगे आए और उन्होंने लोगो को धैर्य बंधाया. जहाज़ पर मौजूद लाइफबोटस से बच्चों और औरतो को सुरक्षित जहाज से उतारा जाने लगा.

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* Iceberg से टक्कर के लगभग 2 घंटे 40 मिनट बाद यह जहाज पूरी तरह से समुद्र में डूब गया. (रात 11:40 से 2:20 तक)

 

* एक अनुमान के अनुसार जहाज़ पर 3547 लोग सवार थे जिनमें से 2687 यात्री और 860 क्रू मेंबर्स थे. इनमें से 1537 लोग इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे.

 

* टाइटैनिक जहाज़ पर सिर्फ 20 लाइफबोटस ही थी, जो इसके केवल एक तिहाई लोगों को बचाने के लिए पर्याप्त थी, अगर जहाज़ पर ज्यादा लाइफबोटस होती तो शायद इतने लोगों की जान नही जाती.

 

* इस दुर्घटना में मरे सिर्फ 306 लोगों की लाशे ही मिल पाई थी.

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* टाइटैनिक जिस पानी में डूबा था उसका तापमान -2 डिग्री सेल्सीयस था, जिसमें कोई भी व्यक्ति 15 मिनट से ज्यादा जिंदा नही रह सकता था.

 

* जहाज़ के धीरे-धीरे डूबने की खबर मिलने के बावजूद भी इसके म्यूजिशियन इसके डूबने के वक्त तक गाना बजाते रहे ताकि वो और कुछ समय बाद मरने जा रहे लोग अपने आखरी पलों को खुशी से बिता सकें.

 

* जहाज़ से टकराने वाला हिमपर्वत लगभग 100 फीट ऊँचा था. यह ग्रीनलैंड के गलेशियर से आया था.

 

* एक अनुमान के अनुसार टाइटैनिक से टकराने वाला हिमपर्वत 10,000 हज़ार साल पहले ग्रीनलैंड से अलग हुआ था, पर टक्कर के दो हफ़ते बाद ही यह नष्ट हो गया था क्योंकि टक्कर से हिमपर्वत को भी काफी नुकसान हुआ था.

 

* टाइटैनिक को हर दिन 600 टन कोयले की जरूरत होती थी. इसकी 860 क्रू मेंबर्स की टीम में से 176 का काम सिर्फ कोयले को भट्ठियों में डालना था. इस जहाज़ की चिमनियों से रोज़ाना 100 टन धुंआ निकलता था.

 

* Titanic की चार बड़ी-बड़ी चिमनियां थी, जिनमें से सिर्फ तीन से धुंआ निकलता था. चौथी चिमनी नकली थी और केवल जहाज़ का संतुलन बनाने के लिए लगाई गई थी.

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