
लंदन। कॉपीकैट नाम के एक मॉलवेयर ने पिछले साल 1.4 करोड़ एंड्रायड डिवाइसों को प्रभावित किया था, जिसमें से 80 लाख डिवाइसों का रूट एक्सेस हासिल कर इसने महज दो महीनों में नकली विज्ञापन राजस्व से 15 लाख डॉलर की कमाई की। इजरायल की एक आईटी सुरक्षा प्रदाता कंपनी चेकप्वाइंट ने यह खुलासा किया है।
चेकप्वाइंट ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि इस मॉलवेयर से ज्यादा दक्षिणपूर्व एशिया के यूजर्स प्रभावित हुए, जबकि अमेरिका में इसने 2,80,000 एंड्रायड यूजर्स को निशाना बनाया।
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इसमें कहा गया, “कॉपीकैट अटैक के पीछे किसका हाथ है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन इसका मोबीसमर से कई संपर्क का पता चला है, जो चीन की एक एड नेटवर्क है।”
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ब्लॉग पोस्ट में कहा गया, “यह मॉलवेयर चीनी डिवाइसों को निशाना बनाने से बच रहा है, इससे यह संकेत मिलता है कि इसे विकसित करनेवाले चीन के हो सकते हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते होंगे कि स्थानीय कानून प्र्वतन एजेंसियां इसकी जांच करे।”
हालांकि इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि कॉपीकैट गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से फैला है।