जनमत संग्रह का परिणाम चाहे जो हो, कैमरन प्रधानमंत्री बने रहेंगे

 कैमरनलंदन| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि यूरोपीय संघ(ईयू) से अलग होने के मुद्दे पर 23 जून को होने वाले जनमत संग्रह का परिणाम चाहे जो हो, वह सरकार का नेतृत्व करते रहेंगे। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, कैमरन ने शनिवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में कहा है कि वह जनमत संग्रह के प्रति खुद को जिम्मेदार महसूस करते हैं, जिसमें मतदाता इस बात का फैसला करेंगे कि ब्रिटेन को यूरोपीय संघ में रहना चाहिए या उससे अलग हो जाना चाहिए। साल 2015 में हुए आम चुनाव में जीतने पर उन्होंने ब्रिटेन को यूरोपीय संघ के साथ रखने का वादा किया था।

कैमरन के सभी साथी एकमत नहीं

कैमरन की राय है कि जनमत संग्रह का परिणाम एक राजनीतिज्ञ के रूप में उनके ऊपर एक फैसला नहीं होगा, बल्कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ में रहेगा या नहीं इस सवाल पर एक फैसला होगा। उन्होंने कहा, “मुझे ब्रिटिश जनता की ओर से कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार चलाने के लिए बेहद स्पष्ट जनादेश मिला है।”

कैमरन ने कहा कि उनके सभी साथी इस पहलू पर उनके साथ नहीं है, खासकर न्याय मंत्री और मित्र माइकल गोव, जो ब्रेक्सिट (ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग करना) अभियान का संचालन कर रहे हैं।

अब चूंकि जनमत संग्रह में बहुत अधिक समय नहीं रह गया है, गुरुवार को इसने एक त्रासदीपूर्ण मोड़ ले लिया, जब ब्रिटेन को यूरोपीय संघ में बरकरार रखने की समर्थक लेबर सांसद जो कॉक्स की उनके संसदीय क्षेत्र में मानसिक विकार से पीड़ित व एक दक्षिणपंथी समर्थक ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना से जनमत संग्रह के दोनों पक्षों को राष्ट्रीय स्तर पर अपना अभियान निलंबित करना पड़ा।

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