कैदियों ने भी संवारा अपना भविष्य, 5 कैदियों ने प्रथम श्रेणी से पास की 10वीं की परीक्षा !

मुजफ्फरनगर : यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तीन दोषियों समेत दो अन्य कैदियों ने भी 10वीं बोर्ड में प्रथम श्रेणी से परीक्षा पास की है. पांचों कैदी मुजफ्फरनगर जेल में बंद हैं जिनमें से कपिल, पंकज और विपुल कुमार हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं.

वहीं एक अन्य कैदी अर्जुन 2 अप्रैल 2017 में हुए एक दलित आंदोलन के दौरान हिंसा के आरोप में नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत सजा काट रहा है. अर्जुन के अलावा कैदी राहुल ने भी प्रथम श्रेणी से परीक्षा पास की है.

जेल अधीक्षक एके सक्सेना ने बताया कि उम्रकैद की सजा काट रहे कपिल, पंकज और विपुल कुमार के अलावा अर्जुन और राहुल ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी से सफलता प्राप्त की है. जेल के अन्य पांच कैदी भी 12वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुए थे, मगर उनका परीक्षाफल फिलहाल रोक दिया गया है. उन्होंने बताया कि सभी कैदियों की परीक्षा गाजियाबाद के डासना जेल से कराई गई थी.

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उन्होंने बताया कि शनिवार को जारी यूपी बोर्ड के परिणाम में हाईस्कूल की परीक्षा देने वाले कैदियों का परिणाम मिल गया लेकिन 12वीं की परीक्षा में शामिल अन्य पांच कैदियों की रिपोर्ट प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक नहीं जुड़ने के कारण रोक दी गई है.

कुल दस लोगों ने हाईस्कूल और 12वीं की परीक्षा दी थी. 12वीं की परीक्षा में भौराकलां के अरविंद, माजरा झिंझाना के अमित, ज्ञाना माजरा के धीरज, कासमपुर पठेड़ी के सत्यवीर और बुआपुर के मोहित शामिल थे. बता दें कि इन कैदियों में मोहित दस साल की सजा काट रहा है, जबकि अन्य विचाराधीन बंदी हैं.

वहीं हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल हत्यारोपी दोषी कपिल अलमासपुर का, पंकज गाजावाली का और विपुल कच्ची सड़क सिविल लाइन का निवासी है. आरोपी अर्जुन कमलनगर कूकड़ा का और राहुल सिलाजुड्डी का रहनेवाला है. बता दें कि 12वीं की परीक्षा में विभिन्न जेल से कुल 90 बंदी शामिल थे जिनमें से 45 बंदियों ने परीक्षा पास की. जबकि 10वीं की परीक्षा में कुल 119 बंदी शामिल थे जिनमें से 72 बंदियों ने परीक्षा पास की.

 

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