केरल के दिव्यांग तैराक ने छेड़ी आतंकवाद के खिलाफ अनोखी मुहिम

केरल के दिव्यांगअलापुझा| केरल के दिव्यांग तैराक ई.डी. बाबूराज ने आतंकवाद के खिलाफ एक मुहिम के तहत लगातर 25 किलोमीटर तैरने के लिए अभ्यास शुरू कर दिया है। उनकी उम्र 51 साल है| बाबूराज 11 साल की उम्र से ही बाएं हाथ से असक्षम हैं। वह एल.आई.सी के लिए काम कर अपना जीवनयापन कर रहे हैं।

केरल के दिव्यांग तैराक ई.डी. बाबूराज की मुहिम

उन्होंने अपनी शारीरिक अक्षमता को कभी तैराकी के लिए अपने प्यार के बीच नहीं आने नहीं दिया।

उन्होंने पिछले साल वेमबानाडा लेक में 10 किलोमीटर तैर कर यूआरएफ एशियन रिकार्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाया था।

बाबूराज ने आईएएनएस से कहा कि उनका नया लक्ष्य इस बात को लेकर जागरूकता फैलाना है कि अतंकवाद मानवता का नाश कर देगा।

उन्होंने कहा, “मैंने सोचा कि मैं चम्पाकुलम से नेहरू बोट रेस की अंतिम सीमा तक 25 किलोमीटर तैर कर अपना योगदान दे सकता हूं।”

अपने अभ्यास के बारे में उन्होंने कहा, “इन दिनों में सुबह छह बजे कुछ देर अभ्यास करता हूं और कुछ घंटे शाम में। डी-डे (14 अक्टूबर) को मैंने सुबह छह बजे पानी में उतरने और दोपहर तक अंतिम सीमा तक पहुंचने की योजना बनाई है।”

बाबूराज के मेंटर बी.पद्माकुमार उनकी फिटनेस पर नजर रखे हुए हैं।

बाबूराज ने पिछले साल रूस के सोचि में हुए अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर एंड ऐम्प्युटी खेल महासंघ (आईडब्ल्यूएस) विश्व खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया था, लेकिन वह वहां जाने के लिए तीन लाख रुपये नहीं जुटा पाए थे।

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