कूड़े के ढ़ेर में मिली मरीजों को मिलने वाली निःशुल्क दवाइयां, प्रशासन को नहीं कोई खबर

रिपोर्ट-अखिल श्रीवास्तव/रायबरेली
रायबरेली जिले में स्वास्थ्य महकमे की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। मरीजों को मिलने वाली निःशुल्क दवाइया कूड़े के ढ़ेर में पड़ी रही। मीडिया कर्मियों का कैमरा देख हरकत में आये कर्मचारियों ने दवाइयों को कूड़े के ढ़ेर से उठवाया। वही इस पूरे मामले में जिलाधिकारी ने शख्त रुख इख्तियार करते हुए दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने की बात कही।

कूड़े में मिली दवाइयां

ये तस्वीर किसी कचरे के ढेर की नहीं, बल्कि उन दवाइयों की है जो सरकार ने गरीब मरीजों के लिए भेजी हैं। दरअसल रायबरेली जिले के हरचंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हजारो रुपए की दवाइयां यूं ही कूड़े के ढ़ेर में फेंक दी गई हैं और इधर मरीजों को दवा के लिए मेडिकल स्टोरों  का रास्ता दिखाया जाता है।

फेंकी गईं इन दवाइयों की एक्सपायरी नहीं हुई है। जिले के तकरीबन सभी प्राथमिक सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हर साल इसी तरह लाखों रुपए की दवाइयां फेंक दी जाती हैं। सरकारें सरकारी अस्पतालों के लिए हर साल करोड़ों रुपए की दवाइयां उपलब्ध कराता है। ये दवाइयां जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त में देनी है, लेकिन हकीकत ये है कि मरीज दवा के लिए भटकते रहते हैं। उन्हें बाहर की दवाइयां लिखी जाती हैं।

दुधवा टाइगर रिजर्व में रात तेज धमाके के बाद आधा किलोमीटर इलाके की जमीन फट गई

दूसरी ओर सरकारी तौर पर सप्लाई में मिली दवाइयों को कचरे में फेंक दिया जाता है। जिले के हर सामुदायिक-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व उपकेंद्रों का यही हाल है।  ये तस्वीर हरचंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है, जहां हजारो रुपए की दवाइयां अस्पताल के बाहर कचरे में मिली।

इन दवाइयों की एक्सपायरी डेट भी नहीं गुजरी है। जिनसे दर्जनों मरीजों का इलाज हो सकता है।वही जब मीडिया का कैमरा चलता देखा तो अस्पताल प्रशाशन भागता नजर आया व दवाइयों को वापस उठाना शुरू कर दिया। वही जब इस मामले में जिला अधिकारी नेहा शर्मा से बात की गई तो उनका कहना है यह बड़ा मामला है ऐसा करने वालो के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।

LIVE TV