
जयपुर में मामूली बात पर बेरहमी से शिक्षिका की हत्या की खबर से कोहराम मचा हुआ है। यहां सोमवार करीब 8:30 बजे आरएएस अफसर की बहन की हत्या कर दी। शिप्रापथ थाना पुलिस को मामले में मृतिका के पड़ोसी युवक पर शक हुआ तो उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया। कड़ाई से हुई पूछताछ में उसने बताया कि सोमवार की सुबह कॉलोनी में कुत्ता घुमाते समय उसकी कहासुनी पड़ोस में रहने वाली 55 वर्षीय विद्या देवी से हो गई थी। वह अक्सर कॉलोनी में कुत्ता घुमाने के लेकर रोक-टोक करती थीं, इसिलए उसने उनकी गला दबाकर हत्या कर दी।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने सोमवार रात 9 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आरोपी की पहचान 20 वर्षीय कृष्ण कुमार के रूप में हुई है। वह 12वीं का छात्र है। बदला लेने के इरादे से वह विद्या देवी के घर में घुसा और उनका बेरहमी से गला घोंट डाला।
आरोपी इतना चालाक था कि हत्या को लूट की घटना दिखाने के लिए उसने मृतिका के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद उसने दुपट्टे से उनके शव को रेलिंग से बांध दिया। हत्या के बाद वह मृतिका का मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान भी साथ ले गया था। जब आसपास के लोगों ने देखा कि विद्या देवी का शव उनके घर की रेलिंग से बंधा हुआ है तब उसी दिन सुबह करीब पौने 10 बजे पुलिस को सूचना दी गई।
मामले की जांच के लिए पुलिस की 10 टीम शिप्रापथ कॉलोनी में पहुंची। इन 10 टीमों के 100 पुलिसकर्मी कॉलोनी के हर घर में पूछताछ के लिए पहुंचे। जांच के दौरान पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले कृष्ण कुमार के चेहरे पर खरोंच का निशान देखा। पूछताछ में उसने बताया कि वह कुत्ते खिलाता है, जिसका पंजा उसके चेहरे पर लग गया है। वहीं, लोगों ने बताया कि सोमवार की सुबह कृष्ण कुमार और विद्या देवी के बीच कुत्ते को लेकर विवाद हुआ था। संदेह होने पर पुलिस उसे थाने ले गई, जहां उसने सच उगल दिया।
कमिश्नर ने बताया कि विद्या देवी जयपुर में एक सरकारी विद्यालय में पढ़ाती थीं। उनके पति का देहांत हो चुका था। उनके बेटे अभिनव चतुर्वेदी भोपाल के एक आईटी कंपनी में प्रोडक्शन इंजीनियर हैं। इसके अलावा उनके छोटे भाई युगांतर शर्मा आरएएस अफसर हैं। वे जयपुर में एसडीएम हैं। ऐसे में विद्या देवी शिप्रापथ स्थित अपने घर में अकेली रहती थीं।