किसानों को लेकर PM जॉनसन के अटपटे बोल पर उड़ रही खिल्ली, विदेश मंत्रालय कुछ इस तरह दे रहा सफाई

भारत की राजधानी में लगातार किसानों का नए कृषि कानूनों (Agricultural Laws) के विरोध में हल्ला बोल जारी है। वहीं अब यह राष्ट्र से अंतराष्ट्रिय मुद्दा बनता जा रहा है। गौरतलब है कि बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने किसानों को लेकर सलाह दी थी। इसी कड़ी में ब्रिटेन भी शामिल है। बता दें कि ब्रिटेन की संसद में बीते बुधवार को भारत के किसानों का मुद्दा उठाया गया। जिस पर लेबर पार्टी के ब्रिटिश सिख सांसद तनमनजीत सिंह धेसी (Tanmanjeet Singh Dhesi) के द्वारा प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने बड़ी अटपटा जवाब दिया। वहीं अव जॉनसन के जबाव पर ब्रिटेन सरकार के प्रवक्ता द्वारा सफाई दी जा रही है।

संसद में पूछे गए भारत के किसानों पर सवाल को लेकर सफाई में ब्रिटेन सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सवाल को ठीक से सुन नहीं पाए और इसके बजाय उन्होंने भारत-पाकिस्तान विवाद पर ब्रिटेन का रुख स्पष्ट कर दिया। बता दें कि बीत बुधवार को ब्रिटेन की संसद में भारत के किसानों को लेकर चर्चा की गई थी जिसका जवाब देने में जॉनसन ने चुक कर दी। अब ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय द्वारा कहा जा रहा है कि भारत में चल रहे प्रदर्शनों के मुद्दे पर ब्रिटेन करीबी नजर बनाए हुए है।

बता दें कि लेबर पार्टी के ब्रिटिश सिख सांसद तनमनजीत सिंह धेसी ने पीएम जॉनसन से सवाल किया था कि, “भारत के कई इलाक़ों और खासकर पंजाब के किसान, जो कि शांतिपूर्वक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं उन पर पानी की बौछारों और आंसू गैस के इस्तेमाल का फुटेज परेशान करने वाला है। क्या ब्रिटेन के प्रधानमंत्री (जॉनसन) भारतीय प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) को हमारी चिंताओं से अवगत कराएंगे? हम उम्मीद करते हैं कि वर्तमान गतिरोध का कोई समाधान निकलेगा। उन्हें समझना चाहिए कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन सबका मौलिक अधिकार होता है।” लेकिन जॉनसन के जवाब ने सभी को हैरान कर दिया।

यदि बात करें पीएम जॉनसन के जवाब की तो उन्होंने कहा था कि, “ज़ाहिर है भारत और पाकिस्तान के बीच जो कुछ भी हो रहा है वो चिंताजनक है। यह एक विवादित मुद्दा है और दोनों सरकारों को मिलकर समाधान निकालना है।” पीएम जॉनसन के यह जवाब बेहद हैरान कर देने वाला है जिसके धेसी ने अपने सोशल मीडिया पर भी साझा किया था। धेसी ने इस बयान को ट्वीट करते हुए जॉनसन को ”पूरी तरह बेखबर” करार दिया।

यह है ब्रिटिश सांसदों की मांग

एक पत्र में कहा गया है कि, “यह ब्रिटेन में सिखों और पंजाब से जुड़े लोगों के लिए विशेष रूप से चिंता का विषय है, हालांकि यह अन्य भारतीय राज्यों पर भी भारी पड़ता है। कई ब्रिटिश सिखों और पंजाबियों ने अपने सांसदों के साथ इस मामले को उठाया, क्योंकि वे पंजाब में परिवार के सदस्यों और पैतृक भूमि से सीधे प्रभावित थे।” बता दें कि इस पत्र में भारतीय किसानों पर हो रहे शोषण का आरोप लगाते हुए कहा गया कि, “किसानों को शोषण से बचाने और उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करने में विफल” हैं।

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