बार-बार मना किये जाने पर भी लोगों ने खोल दी ये 2000 साल पुरानी कब्र, जानें फिर क्या हुआ…

मिस्त्र के एलेक्ज़ेन्डि्रिया शहर में मौजूद नौ फीट गहरी रहस्यमयी पत्थर की कब्र को आखिरकार खोल दिया गया है। इस कब्र को लेकर तमाम तरह की चेतावनी दी जाती रही हैं कि यह एक शापित कब्र है, जिसे खोलने से काफी समस्याएं आ सकती हैं।

लेकिन तमाम चेतावनियों को किनारे रखते हुए इसे खोल दिया गया। 2000 साल पुराने इस कब्र में खोजकर्ताओं को पूरी तरह से सड़ चुके तीन ममी मिले हैं।

तीनों ममी काले ग्रेनाइट से बनी कब्र के अंदर बेहद बदबूदार सीवर के पानी पर तैरती हुई मिलीं। इसे एलेक्ज़ेन्डि्रिया शहर की सबसे बड़ी खोज बताया जा रहा है।

2000 साल

एक अंग्रेज़ी वेबसाइट के मुताबिक यह खोज जुलाई के शुरुआती दिनों में ही हो गई थी, जिसे अब दुनिया के सामने लाया गया है।

इस कब्र को लेकर काफी लोगों में ये डर था कि यह एक शापित कब्र है। साल 1922 में राजा तुतनखामून की कब्र खोली गई थी।

कुछ समय बाद इससे जुड़े कई लोगों की मौत हो गई थी, जहां से ये अफवाह फैली कि यह एक शापित कब्र है।

मिस्र की सुप्रीम काउंसिल ऑफ एंटीक्विटीज के महासचिव मुस्तफा वज़ीरी ने बताया कि एलेक्ज़ेन्डि्रिया की सबसे बड़ी खोज से किसी भी शाप का कोई लेना-देना नहीं है।

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उन्होंने कहा कि हमने इस कब्र को खोल दिया है और अभी तक हमें किसी भी प्रकार के शाप ने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।

वज़ीरी ने कहा कि कब्र के अंदर मिले तीनों ममी रोमन शाही परिवार के सदस्यों के नहीं हैं।

उन्होंने बताया कि कब्र में किसी भी प्रकार की चांदी या सोने से बने मास्क नहीं मिले। इसके अलावा वहां कोई शिलालेख या ताबीज़ जैसी चीज़ भी नहीं मिली है।

एंटीक्विटीज मंत्रालय के ममी विशेषज्ञ शबन अब्द मोनम ने बताया कि तीनों ममी सेना के जवानों की हो सकती हैं, क्योंकि तीन में से एक ममी की खोपड़ी में तीर के घाव मिले हैं।

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