किडनी कांड : अपोलो के डॉक्टरों से की जायेगी पूछताछ

किडनी कांडनई दिल्ली| किडनी कांड मामले में अवैध खरीद-फरोख्त के बारे में पूछताछ के लिए पुलिस इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के चार-पांच डॉक्टरों को बुलाएगी। इस गोरखधंधे का पर्दाफाश 2 जून को हुआ था। दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त (दक्षिण पूर्वी क्षेत्र) राजेंदर पाल उपाध्याय ने कहा, “हम एक या दो दिनों में अस्पताल के उन सभी डॉक्टरों को बुलाएंगे जिन्होंने किडनी प्रत्यारोपण किए।”

किडनी कांड : पक्ष रखने का मिलेगा मौका

उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच के लिए चार या पांच डॉक्टर बुलाए जाएंगे। अधिकारी ने आगे कहा, “डॉ. अशोक सरीन और डॉ. अंशुमान अग्रवाल को भी अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जाएगा।”

किडनी व्यापार में कथित संलिप्तता के लिए संदिग्ध दलाल असीम सिकदर (37), सत्यप्रकाश (30) और देवाशीष मौलिक (30) के साथ दो डॉक्टरों के निजी सचिव शैलेश सक्सेना (31) और आदित्य सिंह (24) भी पकड़े गए थे।

मामले की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस घोटाले में और भी डॉक्टरों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है।

दिल्ली पुलिस ने 2 जून को इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के दो कर्मचारियों और तीन संदिग्ध दलालों को गिरफ्तार कर किडनी कांड का पर्दाफाश किया था।

किडनी कांड के कथित सूत्रधार टी. राजकुमार को तीन दानकर्ताओं के साथ कोलकाता से गिरफ्तार किया था। तीन दानकर्ताओं में उत्तर प्रदेश की दो महिलाएं और एक पुरुष पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिले के थे।

दलालों के जरिए किडनी पाने के लिए गत 23 जून को पुलिस ने दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी भुले सिंह के पुत्र आशुतोष को गिरफ्तार किया था।

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