कासगंज में साध्वी प्राची ने निकाली ‘तिरंगा यात्रा’, पूरी तरह बेबस दिखा प्रशासन…
पिछले साल 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालते समय दंगाइयों के हाथों मारे गये कासगंज के युवक चंदन गुप्ता की स्मृति में यहां एक चौक का नामकरण किया जाएगा।
कासगंज के प्रभारी मंत्री सुरेश पासी ने शनिवार को गणतंत्र दिवस समारोह में उनके पिता सुशील गुप्ता को सम्मानित करते हुए चंदन चौक बनाने की यह घोषणा की।
मंत्री ने कहा कि चंदन गुप्ता की स्मृति कायम रखने के लिए कासगंज शहर के एक चौक का नामकरण उसके नाम पर किये जाने की जिला प्रशासन से सहमति मिल चुकी है।
बात दें कि इससे पहले साध्वी प्राची सिंह चंदन के घर गई थीं। बिना किसी सूचना के साध्वी के पहुंचने, नारे बाजी होते ही प्रशासन हरकत में आ गया।
साध्वी प्राची ने चंदन के घर पर पहुंच श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा पर प्रतिबंध गलत है। यह कासगंज में नही निकलेगी तो क्या पाकिस्तान में निकलेगी।
उन्होंने तिरंगा हाथ में लेकर चंदन के नारे लगते हुए गली से बाहर का रुख किया। तब पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें गाड़ी में बैठाया और जिले की सीमा से बाहर तक छोड़ा। पुलिस से साध्वी की नोंक झोंक भी हुई।
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बता दें कि विगत वर्ष 26 जनवरी पर तिरंगा यात्रा के दौरान विवाद के बाद जिले भर में हिंसा भड़क गई थी।
तिरंगा यात्रा में शामिल अभिषेक गुप्ता उर्फ चंदन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शहर में जगह-जगह आगजनी की घटनाएं और हिंसक झड़पें हुई थीं।
26 जनवरी की हिंसा की घटनाओं की फिर से पुनरावृत्ति न हो पाए इसको लेकर शासन और प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी।
इसके चलते बड़ी संख्या में पुलिस, पीएसी, आरएएफ के जवान तैनात किए गए।