कश्मीर में बदतर हुए हालात, 12 की मौत, दो सौ से ज्यादा घायल
नई दिल्ली| कश्मीर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों की के बीच हुई झड़प में 11 लोगों की मौत हुई है जबकि डेढ़ सौ से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं| घायलों में पुलिस और सुरक्षाबलों के 96 जवान भी शामिल हैं|
शुक्रवार को पुलिस की कार्रवाई में चरमपंथी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद घटी में हिंसा भड़क गयी| बुरहान के सिर पर 10 लाख का इनाम था| केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर की अवाम से शांति बनाए रखने की अपील की है|
उन्होंने कहा, “मैं कश्मीर के लोगों से अपील करता हूं कि राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखें|”
बुहरान के समर्थन में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए हैं| इसके चलते जम्मू-श्रीनगर हाइवे जाम है और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है| सूबे में रविवार को आयोजित होने वाली NET की परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है|
अमरनाथ यात्रा पर भी स्थिति सामान्य होने तक रोक लगी हुई है| इस कारण यात्रा से वापस जाने वाले करीब बीस हजार लोग बालटाल और अन्य स्थानों पर फंसे हुए हैं|
अनंतनाग के कोकरनाग इलाके से जैसे ही बुरहान की मौत की खबर आई तुरंत ही पूरे श्रीनगर में पाकिस्तान समर्थक नारे गूंजने लगे| लोग सड़कों पर उतर आए और आगजनी की| जिसके बाद, शहर के प्रमुख इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया| अनंतनाग और त्राल में स्थिति तनावपूर्ण है|
बुरहान के जनाजे को दफनाने के लिए भारी संख्या में भीड़ इकठ्ठा हुई और भारत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की| उग्र भीड़ ने कई जगहों पर आगजनी की और तोड़फोड़ मचाई| इसके बाद जगह-जगह पुलिस तैनात की गयी है|
कौन था बुरहान
बुरहान मुजफ्फर वानी पिछले दिनों अपने वीडियो को लेकर सोशल मीडिया में काफी चर्चा में था। इस वीडियो में वह कश्मीर के नौजवानों को आतंकवादी बनने के लिये उकसाता हुआ नजर आ रहा था। इसके बाद से ही इस आतंकी की चर्चा पूरे देश में होने लगी।
बुरहान दक्षिणी कश्मीर में स्थित ट्राल के एक संभ्रांत परिवार से संबंध रखता था। बुरहान के पिता स्कूल के प्रिंसिपल हैं। वह आतंकवादी गुट में सिर्फ इसलिये शामिल हुआ था कि वह अधिक से अधिक कश्मीरी नौजवानों को इसके लिये प्रेरित कर सके। साल 2010 में सेना के एक ऑपरेशन में बुरहान के भाई की मौत हो गई। इसके बाद 15 साल की उम्र में उसने हथियार उठा लिए। बुरहान पर पुलिस ने 10 लाख का ईनाम भी रखा था।