ऑफिस के AC से आपको हो सकती हैं यह खतरनाक बीमारियां

कॉरपोरेट से लेकर सामान्य ऑफिस भी आजकल केंद्रीकृत वातनुकूलित इमारतों में होती हैं। ताकि कर्मचारियों पर मौसम की मार नहीं पड़े और वे अपनी पूरी क्षमता से काम कर सकें। लेकिन आईपीसीए, सीएसआईआर और केंद्रीय रोड अनुसंधान संस्थान की विभिन्न अध्ययनों की मानें तो इन ऑफिसों में प्रदूषण का उच्च स्तर आपकों बीमार बना सकता है। यही स्थिति सिनेमाघरों, अस्पतालों और घरों की भी है।

ऑफिस के AC

कार्यालय

  • वेंटिलेशन की मुक्कमल व्यवस्था नहीं होने पर कार्बन-डाई-ऑक्साइड का स्तर अधिक रहता
  • मच्छर मारने की दवा का छिड़काव और प्रिंटर सहित विभिन्न उपकरणों से पीएम-5 का स्तर बढ़ता
  • प्रदूषण के कारण ऑफिस में काम करने वालों को सिर दर्द और चक्कर आने की शिकायत हो सकती

सिनेमाघर का भी यही हाल 

  • मल्टीप्लेक्स में बाहर के मुकाबले कार्बन डाई ऑक्साइड का स्तर अधिक होता है
  • आईपीसीए के मुताबिक जीवाणु, विषाणु और कवकों का भी यहां जमावड़ा होता

अस्पताल में सेहत की गारंटी नहीं 

  • यहां पर बायो एयरोसोल की घनत्व सबसे अधिक पाया गया, इससे कई बीमारियां हो सकती
  • संक्रमण से बचाव के लिए भारी मात्रा में इस्तेमाल रसायनों की वजह से अस्थिर जैविक कण बहुतायत में

दमा का मरीज न बना दे घर 

  • आईपीसीए ने घरों में पीएम-5 का स्तर सबसे अधिक पाया। यह फेफड़े में जाकर दमा जैसी बीमारियों को जन्म दे सकती हैं।

कहां कितना प्रदूषण 
स्थान         पीएम-2.5     अस्थिर जैविक यौगिक    कार्बन डाई ऑक्सइड     बायो एयरोसल
कार्यालय        96                        986                        1918                    6100
सिनेमाघर      44                        700                         1560                   1186
अस्पताल       56                        987                         1305                   11,600
घर               137                       236                         963                      –
मानक           60                        500                         1000                    300

 

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