
रिपोर्ट-अनुज कौशिक/जालौन
जालौन में बुढ़वा मंगल के पर्व पर रामायण का पाठ व हवन-पूजन भंडारे के लिये बेतवा नदी में टापू पर स्थित हनुमान मंदिर गये 19 श्रद्धालु की जान खतरे में आ गई। सोमवार की शाम नदी में अचानक पानी बढ़ने से ये सभी वहीं फंस गए।
मंगलवार शाम तीन बजे युवकों ने वीडियो बनाकर वायरल किया तो प्रशासन ने लखनऊ से एनडीआरएफ और झांसी से एक कंपनी पीएसी बुलाकर उनका सफल रेस्क्यू कराकर सभी को टापू से बाहर निकाला। इस रेस्क्यू आपरेशन की मोनीटरिंग जालौन के डीएम, एसपी और सांसद खुद कर रहे थे।
मामला जालौन की बेतवा नदी के पास स्थित हाजीपुर इलाके का है। जहां बेतवा नदी के बीच ऊंचाई पर हनुमान मंदिर बना हुआ है। जहां पानी कभी-कभार ही पहुंचता है। यहां प्रत्येक साल पिरौना ग्राम के ग्रामीण बुढ़वा मंगल पर पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
सोमवार को पिरौना ग्राम के 19 ग्रामीण सुबह के करीब 9 बजे टोली बनाकर बेतवा नदी के टापू पर स्थित हनुमान मंदिर में रामायण का पाठ करने गए थे साथ ही ये लोग अपने साथ खाने-पीने का सामान भी ले गए थे। जिस वक्त वे मंदिर पहुंचे, बेतवा में पानी बहुत कम था। पर सोमवार की रात को जलस्तर बढ़ने लगा। मंगलवार की सुबह तक जलस्तर और बहाव दोनों ही तेज हो गया।
पानी को लगातार बढ़ते देख सभी 19 लोगों ने अपनी जान जोखिम में देख दोपहर करीब तीन बजे उसमें से फंसे युवकों में से एक ने वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया साथ ही पुलिस को सूचना दी। इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया।
जिसके बाद एट पुलिस के साथ भाजपा सांसद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और नाविकों को बुलाया गया, लेकिन नाविकों ने नदी का तेज बहाव देख नाव उतारने से मना कर दिया। जिसके बाद इसकी सूचना डीएम डाक्टर मन्नान अख्तर को दी गई।
जिन्होने एसपी से बात करते हुये लखनऊ से एनडीआरएफ की 11 बटालियन और 42वी पीएसी झांसी को सूचना दी, जो देर रात तक नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) और पीएसी के जवान स्टीमर लेकर पहुंचे जहां उन्होने बेतवा में स्टीमर उतारकर टापू में फसे सभी 19 लोगों का रेस्क्यू कर सभी ग्रामीणों को बाहर निकाला।
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इसकी पूरी मानीटरिंग जालौन के डीएम डाक्टर मन्नान अख्तर, एसपी डाक्टर सतीश कुमार और भाजपा सांसद भानु प्रताप और एनडीआरएफ के बिंग कमांडर मिथलेश कुमार कर रहे थे। मामले में डीएम डाक्टर मन्नान अख्तर ने बताया कि सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया जिसमें एनडीआरएफ और पीएसी और जिला प्रशासन का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
वही एनडीआरएफ के बिंग कमांडर मिथलेश कुमार ने बताया कि 20 सदस्यी टीम ने यह रेस्क्यू आपरेशन चलाया जिसमें सभी सुरक्षित है और 30 मिनिट में यह रेस्क्यू आपरेशन किया गया।
वही टापू में फसे ग्रामीण दशरथ ने बताया कि उन्हे डर लग रहा था लेकिन एनडीआरएफ और जिला प्रशासन ने उन्हे सुरक्षित बहार निकाला लिया। वही बाद में पहुंचे कमिशनर झांसी और डीआईजी ने एनडीआरएफ टीम को 25 हजार रुपये के इनाम देने की घोषणा की है।