उरी की शहादत लाई रंग, जागा कश्‍मीर का युवा, अब देश के लिए उठाएंगे हथियार

श्रीनगर। उरी की शहादत रंग लाई है। आखिरकार कश्‍मीर का युवा जाग गया है। उरी हमले में 20 जवानों की शहादत ने बता ही दिया कि देश कश्‍मीर के साथ है। कश्‍मीर को बचाने के लिए जवानों ने जान की बाजी लगा दी। कश्‍मीर के युवाओं को समझ आ गया है कि अगर कोई दगाबाज है तो वो अलगाववादी हैं।

इसी का नतीजा भी आज देखने को मिला। कश्‍मीर में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की अपील के बावजूद तमाम कश्‍मीरी युवा पुलिस भर्ती के लिए पहुंचे। गिलानी ने अपील की थी कि कश्‍मीर के युवाओं को पुलिस भर्ती का बहिष्‍कार कर देना चाहिए। उन्होंने कहा था कि कश्‍मीर की पुलिस में भर्ती होने के बाद सरकार कश्‍मीर की जनता को मारने का आदेश देगी।

दरअसल, बीते दिनों कश्‍मीर में पुलिस में स्पेशल पुलिस अफसर के पदों के लिए पोस्ट निकली थीं। इन पोस्ट के लिए पांच हजार से अधिक आवेदन आए थे। यह कश्‍मीर में पुलिस भर्ती के लिए अब तक का सर्वाधिक प्रतिशत था।

उरी की शहादत का असर

इसके बाद से ही गिलानी की अपनी जमीन खिसकती नजर आई और उन्होंने कश्‍मीर के युवाओं से पुलिस भर्ती से दूरी बनाने की अपील की। हालांकि आज से पुलवामा में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया में तमाम युवा पहुंच चुके हैं। इनकी नाप-जोख और ट्रेनिंग का दौर शुरू हो गया है।

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