उरी की शहादत लाई रंग, जागा कश्मीर का युवा, अब देश के लिए उठाएंगे हथियार
श्रीनगर। उरी की शहादत रंग लाई है। आखिरकार कश्मीर का युवा जाग गया है। उरी हमले में 20 जवानों की शहादत ने बता ही दिया कि देश कश्मीर के साथ है। कश्मीर को बचाने के लिए जवानों ने जान की बाजी लगा दी। कश्मीर के युवाओं को समझ आ गया है कि अगर कोई दगाबाज है तो वो अलगाववादी हैं।
Defying separatist leader Syed Geelani's call to not join police force, J&K youths line up for SPO’s recruitment test in Pulwama (J&K) pic.twitter.com/2b9gDEWFU2
— ANI (@ANI) September 21, 2016
इसी का नतीजा भी आज देखने को मिला। कश्मीर में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की अपील के बावजूद तमाम कश्मीरी युवा पुलिस भर्ती के लिए पहुंचे। गिलानी ने अपील की थी कि कश्मीर के युवाओं को पुलिस भर्ती का बहिष्कार कर देना चाहिए। उन्होंने कहा था कि कश्मीर की पुलिस में भर्ती होने के बाद सरकार कश्मीर की जनता को मारने का आदेश देगी।
दरअसल, बीते दिनों कश्मीर में पुलिस में स्पेशल पुलिस अफसर के पदों के लिए पोस्ट निकली थीं। इन पोस्ट के लिए पांच हजार से अधिक आवेदन आए थे। यह कश्मीर में पुलिस भर्ती के लिए अब तक का सर्वाधिक प्रतिशत था।
उरी की शहादत का असर
J&K youths line up for Special Police Officers (SPOs) recruitment test in Pulwama (in pics: Youths appearing for fitness tests) pic.twitter.com/e5g808YC6H
— ANI (@ANI) September 21, 2016
इसके बाद से ही गिलानी की अपनी जमीन खिसकती नजर आई और उन्होंने कश्मीर के युवाओं से पुलिस भर्ती से दूरी बनाने की अपील की। हालांकि आज से पुलवामा में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया में तमाम युवा पहुंच चुके हैं। इनकी नाप-जोख और ट्रेनिंग का दौर शुरू हो गया है।