उमर अब्दुल्ला ने की कड़ी आलोचना, कांग्रेस कर रही निचले दर्जे की राजनीति
जनता को संबोधित करते हुए झूठे वादों के आधार पर जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भाजपा की कड़ी आलोचना की। बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री चिनाब घाटी के अपने आठ दिवसीय दौरे के समय डाक बंगला भद्रवाह में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उनके मुताबिक मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के समय श्रीनगर से 40 बंकर हटा दिए गए थे, जिन्हें भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने फिर से स्थापित किया था।
एक ओर सरकार ने यह दावा किया कि अनुच्छेद 370 और 35ए के हटते ही विकास का नया युग आएगा लेकिन अभी तक विकास कहीं नजर नहीं आ रहा है ऊपर से बेरोजगारी भी चरम पर पहुंच गई है। युवाओं से रोजगार के अवसर भी छीन लिए गए हैं। 5 अगस्त 2019 के फैसले के मद्देनजर भाजपा सरकार ने जो वादे किए थे, वे सारे झूठे साबित हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर की भावी पीढ़ियों के साथ अनुच्छेद 370 को जोड़ते हुए कहा है कि “इसके निरस्त होने के ढाई साल बाद मैं यह पूछने के लिए मजबूर हूं कि जम्मू कश्मीर में क्या सुधार हुआ है? नौकरियों और उद्योगों की स्थापना का क्या हुआ है? कितने नए विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेज स्थापित किए गए हैं? और क्या जम्मू-कश्मीर में बिजली परिदृश्य में कोई सुधार हुआ है? इसके विपरीत, हमारे शुरू किए गए कार्य ठप हो गए हैं। कांग्रेस अनुच्छेद 370 पर दोयम दर्जे का खेल खेल रही है। लेकिन, अनुच्छेद 370 पर नेकां का रुख स्पष्ट है, क्योंकि हम अंतिम सांस तक अपना विशेष दर्जा वापस पाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी पार्टी ने कभी जनता को भड़काने में विश्वास नहीं किया।”