गुड़गांव। कोई भी शख्स कैब या टैक्सी आराम से गंतव्य तक पहुंचने के किराये पर लेता है, लेकिन गुड़गांव के एक वित्तीय विश्लेषक को कैब से न केवल असुविधा हुई बल्कि नींद में ऊंघ रहे ड्राइवर को साइड कर उन्हें कैब भी खुद चलानी पड़ी। गुड़गांव के डीएलएफ-2 निवासी वित्तीय विश्लेषक इशान गिल ने 15 मई को उबर एप के जरिये देर रात 12.36 बजे एक कैब किराये पर मंगाई थी। उन्हें दक्षिणी दिल्ली की डिफेंस कालोनी से अपने घर जाना था।
उबर के ड्राइवर होते हैं नींद में
इशान ने कहा कि ड्राइवर जब उन्हें लेने पहुंचा तो आधी नींद में लग रहा था। उन्होंने ड्राइवर से पूछा भी क्या वह गाड़ी चलाने की स्थिति में है? उसके ‘एकदम ठीक हूं’ होने का यकीन दिलाने पर वह कैब में बैठ गए। अरबिंदो मार्ग के करीब ड्राइवर का कैब से करीब-करीब नियंत्रण छूट गया और कैब डिवाइडर से टकरााने से बाल-बाल बची।
इशान ने कहा कि कार में पानी था। मैंने ड्राइवर को पानी दिया और उससे पूछा कि आपको क्या हुआ है। इस पर ड्राइवर ने कहा कि उसने जागते रहने के लिए कुछ गोलियां खाई थीं, जिसके चलते उसे अस्वस्थ महसूस हो रहा है।
इशान ने 16 मई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड की, जिसमें ड्राइवर कैब में सोता नजर आ रहा है। उन्होंने भाड़े के 500 रुपये उसकी जेब में रख दिए थे। उन्होंने कहा कि ड्राइवर देर तक जागने के लिए खाई ‘गोलियों’ की वजह से गाड़ी चलाते चलाते सो गया। मैंने खुद उसे यात्री सीट पर बैठाया और उसकी कार चलाई।
इशान ने अपने घर पहुंचने के बाद भाड़ा देने के लिए ड्राइवर को जगाया, लेकिन वह नहीं उठा। उन्हें 427 रुपये का बिल मिला और उन्होंने ड्राइवर की जेब में 500 रुपये का नोट छोड़ा। उन्होंने अपनी सोसायटी के सुरक्षा गार्ड से ड्राइवर का ध्यान रखने के लिए कहा। बाद में उबर की ओर से इशान को 500 रुपये लौटा दिए गए, जो उन्होंने किराये के तौर पर दिये थे।