उत्तराखंड में बर्फबारी जारी, लगातार बढ़ रही हैं मुश्किलें

चमोली।लगातार हो रही बर्फबारी ने पहाड़ में मुश्किलें बढ़ा दी हैं। चमोली जिले में बारिश और बर्फबारी का दौर थमने को नहीं है। शनिवार को दिनभर मौसम सामान्य रहा, लेकिन रविवार को दिनभर फिर निचले क्षेत्रों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी जारी रही।

उत्तराखंड में बर्फबारी
जिले के 179 गांव अभी भी बर्फ से ढके हुए हैं। 14 मोटर मार्ग अवरुद्ध पड़े हैं। घाट, पोखरी और जोशीमठ क्षेत्र में अभी भी नौ गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप पड़ी हुई है।

जिले में गत शुक्रवार रात को मौसम सुधरने के बाद शनिवार को चटख धूप खिली रही, लेकिन रात करीब 11 बजे से फिर शुरू हुई बारिश रविवार सुबह थमी। दोपहर बाद फिर बारिश और बर्फबारी होने से जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।

ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग हनुमानचट्टी से आगे बंद बंद पड़ा हुआ है, जिससे माणा से आईटीबीपी और सेना के जवानों की आवाजाही भी ठप पड़ गई है। रुद्रप्रयाग-मोहनखाल-पोखरी, पोखरी-मोहनखाल-चंद्रनगर, जोशीमठ-मलारी, चमोली-मंडल-चोपता-ऊखीमठ, घाट-रामणी और घाट-सुतोल-कनोल मोटर मार्ग पर भी यातायात ठप पड़ा हुआ है।
गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे यातायात के लिए बंद
उत्तरकाशी में भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर अभी तक यातायात सुचारू नहीं हो सका है। जिले के करीब दो दर्जन संपर्क मार्गों के फिर अवरुद्ध होने से यमुना घाटी सहित विभिन्न गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।

बता दें कि विगत 21 जनवरी से ही जिले के सभी ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है, जिससे गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप से आगे यातायात प्रभावित हो गया है। राडी टॉप व हनुमान चट्टी क्षेत्र में बर्फ की मोटी चादर बिछ जाने से यमुनोत्री हाईवे भी अवरुद्ध हो गया है, जिससे संपूर्ण यमुना घाटी का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।

उधर, मोरी-नैटवाड़-सांकरी-जखोल, नैटवाड़-सेवा, टिकोची-दुचाणु, पासा-पैंसर, गमरी-मैंजणी सहित करीब 21 संपर्क मोटर मार्ग भी बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे स्थानीय ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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आपदा प्रबंधन के अधिकारी संबंधित विभागों की रिपोर्ट के आधार पर रविवार देर शाम तक इन सड़कों पर यातायात बहाल करने का दावा कर रहे हैं। जानकीचट्टी-खरसाली, गंगनानी-भंगेली, भुक्की-कुज्जन, हर्षिल-मुखबा, कुवां-कफनौल, कमद-अयारखाल सहित 14 मोटर मार्गों के खुलने में अभी एक से दो दिन का समय लगेगा।

एसडीएम भटवाड़ी देवेंद्र नेगी ने बताया कि बीआरओ सहित सभी एजेंसियां लगातार सड़क खोलने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन लगातार बर्फबारी होने के कारण मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहे हैं। हिमस्खलन के खतरे के चलते भी कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम खुलते ही सभी मार्गों पर यातायात सुचारु कर दिया जाएगा।
बड़कोट में विगत कई दिनों से हो रही बर्फबारी के कारण यमुना और गंगा घाटी के दर्जनों गांवों में एक हफ्ते बाद भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है, जिससे इन क्षेत्रों में आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। विद्युत विभाग के कर्मचारी दिन रात व्यवस्थाओं को सुचारु करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन मौसम के प्रकोप के सामने उनकी तमाम जद्दोजहद विफल हो रही है।

बता दें कि मौसम खराब होने के कारण विगत 21 जनवरी को यमुना और गंगा घाटी के कई क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई थी। हालांकि तीन दिनों बाद ही विभाग ने बड़कोट, पुरोला, नौगांव आदि नगरीय क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था कर आपूर्ति सुचारु कर दी थी, लेकिन गीठ पट्टी, गोविंद नेशनल पार्क, उपला टकनौर आदि दूरस्थ क्षेत्रों में अभी तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है, जिससे उक्त क्षेत्रों में दूरसंचार सहित अन्य सभी रोजमर्रा के कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं।

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उधर, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता प्रशांत पंत ने बताया कि विभाग के कर्मचारी लगातार विद्युत आपूर्ति सुचारु करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भारी बर्फबारी से उत्पन्न जोखिमों व मार्ग अवरुद्ध होने से उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क और विद्युत आपूर्ति ठप, बढ़ीं मुसीबतें
देवाल में बर्फबारी से ब्लॉक का लोहाजंग-वाण मोटर मार्ग चार दिनों से अवरुद्ध है। विद्युत लाइनों के क्षतिग्रस्त होंने से वाण और कुलिंग के ग्रामीण छह दिनों से अंधेरे में जीवन यापन करने के लिए विवश हैं।

वाण गांव के सामाजिक कार्यकर्ता हीरा बुग्याली ने डीएम को ज्ञापन भेज कर बताया कि क्षेत्र में हुई भारी बर्फबारी से वाण और कुलिंग गांवों का संपर्क कट गया है। कहा कि विगत चार दिनों से लोहाजंग-वाण मोटर मार्ग अवरुद्ध होनें से गांवों में रसद की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे ग्रामीणों के सामने आजीविका का संकट पैदा हो गया है।

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सड़क बंद होंने से यहां 8 वाहन फंसे हैं। विद्युत लाइनों के क्षतिग्रस्त होंने से वाण और कुलिंग गांवों में 6 दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप है। जिसके चलते ग्रामीण अंधेरे में जीवन यापन करने के लिए विवश है। उन्होंने कहा कि कई बार लोनिवि और ऊर्जा निगम के अधिकारियों से सड़क और विद्युत आपूर्ति को बहाल करने की मांग की गई लेकिन सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

लोनिवि के ईई जगदीश सिंह रावत ने बताया कि लोहाजंग-वाण मोटर मार्ग पर गिरी बर्फ को हटाने के लिए जल्द जेसीबी मशीन भेज दी जाएगी। वहीं ऊर्जा निगम के अधिशाशी अभियंता देवेंद्र कुमार ने बताया कि भारी बर्फबारी से लोहाजंग में विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। विभागीय कर्मी क्षतिग्रस्त विद्युत लाइनों को सही करने में जुटे हुए हैं। दो दिन में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

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