
नई दिल्ली |ईवीएम में छेड़छाड़ को लेकर करीब 100 लोगों के समूह ने मंगलवार को जिलाधिकारी निधि केसरवानी के कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया और उन्हें एक ज्ञापन देकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से ईवीएम की कार्यप्रणाली की जांच के आदेश देने की मांग की और कहा कि हाल में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों को जांच के पूरा होने तक रोक कर रखा जाए। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन में कहा चूंकि आप संविधान के संरक्षक हैं, इसलिए आपसे अनुरोध है कि एक उच्चस्तरीय आयोग द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ की संपूर्ण जांच करवाएं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की हार के बाद पार्टी प्रमुख मायावती ने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई है।
प्रदर्शनकारियों ने अपने ज्ञापन में कहा हम यह जानते हैं कि ईवीएम भरोसेमंद नहीं हैं। कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो दिखाता है कि मशीन को इस तरह से प्रोग्राम किया जा सकता है कि वह किसी भी उम्मीदवार के लिए वोट करने पर किसी एक विशेष पार्टी के पक्ष में वोट को दिखा सकता है।
जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है आपसे (राष्ट्रपति से) देश में लोकतंत्र की रक्षा करने और चुनाव परिणामों को स्थगित करने का अनुरोध है।