इस बात को लेकर विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने वेंकैया नायडू को लिखी चिट्ठी, जताई चिंता
नई दिल्ली। विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने चिंता व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को खत लिखा है। सभी विपक्षी सांसदों ने सरकार द्वारा जल्दबाजी में संसद की स्थायी और सेलेक्ट कमेटियों की बिना समीक्षा के कानून पारित किए जाने पर चिंता जाहिर की है।
वेंकैया नायडू को भेजे गए पत्र में सांसदों ने लिखा है ‘ये बहुत चिंता का विषय है जिस तरह से सरकार द्वारा कानून पास कराने की जल्दबाजी की जा रही है। कानून पास करने के दौरान पार्लियामेंट्री कमेटी या सिलेक्ट कमेटी द्वारा स्क्रूटनी भी नहीं कराई जा रही है।’
नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार सार्वजनिक महत्व और लघु सूचनाओं के विषय पर चर्चा से भाग रही है। इस पत्र पर सबसे पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के हस्ताक्षर हैं।
राज्यसभा चेयरमैन को पत्र लिखकर चिंता जाहिर करने वालों में समाजवादी पार्टी, डीएमके, सीपीएम, एनसीपी, आरजेडी, बीएसपी, टीडीपी सहित अन्य राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हैं।
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गौरतलब है कि मोदी सरकार द्वारा लोकसभा में इस बार कई महत्वपूर्ण विधेयकों में संशोधन बिल लाया गया है। हाल ही में आरटीआई संशोधन विधेयक, तीन तलाक विधेयक और भी कई महत्वपूर्ण विधेयक लोकसभा में पास हुए हैं। इन्हे लेकर विपक्ष ने खूब आपत्ति भी जताई।