फिल्मों के गाने हर कोई इंसान गाना पसंद करता हैं. वहीं देखा जाए तो भारतीय फिल्मो के गाने जल्द ही हर किसी को याद हो जाते हैं.लेकिन क्या अपने कभी ये सुना हैं की हर वक्त लोग फिल्मो के गाना गाते हुए सुनाई दिए हैं।
वहीं दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां के अजीबोगरीब कानून लोगों को हैरान कर देते हैं। एक ऐसा ही देश है तुर्कमेनिस्तान, जहां कई सारी चीजें प्रतिबंधित हैं। यहां फोटोग्राफी करना सख्त मना है। यहां तक कि इस देश के नागरिकों को खुलकर बोलने की भी आजादी नहीं है।
उत्तर कोरिया की तरह ही दुनिया से कटा हुआ यह देश सबसे सूखे रेगिस्तानों में से एक है। तुर्कमेनिस्तान का 80 फीसदी हिस्सा कराकुम काले रेत वाले रेगिस्तान से ढका हुआ है। इस काले रेत वाले रेगिस्तान में महज 0.12 मिमी. ही बारिश होती है।
तुर्कमेनिस्तान को तुर्कमेनिया के नाम से भी जाना जाता है। 1991 तक यह देश सोवियत संघ का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन 27 अक्तूबर, 1991 को यह सोवियत संघ से अलग होकर एक नया राष्ट्र बन गया। इस देश के दक्षिण पूर्व में अफगानिस्तान, दक्षिण पश्चिम में ईरान, उत्तर पूर्व में उज्बेकिस्तान, उत्तर पश्चिम में कजाकिस्तान और पश्चिम में कैस्पियन सागर पड़ता है।
तुर्कमेनिस्तान के पहले राष्ट्रपति सपरमारुत नियाजोव थे। वह एक तानाशाह की तरह उभरे थे, क्योंकि राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वह देश में अकेले ही उम्मीदवार थे। हालांकि उनके अच्छे काम को देखते हुए साल 1994 में देश के 99.9 फीसदी लोगों ने उनका कार्यकाल 10 साल करने के लिए वोट किया था। नियाजोव जब तक राष्ट्रपति रहे, देशभर में जगह-जगह इमारतों पर उनकी ही तस्वीरें और मूर्तियां नजर आती थीं। फिलहाल यहां के राष्ट्रपति गुरबंगुली हैं, लेकिन नियाजोव जैसे ही हालात यहां अभी भी हैं।
लगभग 56 लाख की आबादी वाले इस देश में लोगों का मुख्य पेशा कृषि और पशुपालन है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां के लोगों को भारतीय फिल्में काफी पसंद हैं। वो हमेशा हिंदी फिल्मों के गाने गुनगुनाते रहते हैं। यहां के कई स्कूलों में बच्चों को हिंदी भी पढ़ाई जाती है।