अगर राजीव गांधी ने न किया होता यह काम, तो मोदी संभाल रहे होते बुरूंडी की कमान

इलेक्शन जो न करवायेमुंबई। इलेक्शन जो न करवाये वो कम है। जो नेता कल तक एक दूसरे की बुराई करते दिखते थे वही आज गलबहियां मिलाते नजर आ रहे हैं। फिर चाहे हाल उत्तर प्रदेश का हो जहां एक दूसरे के धुर विरोधी रहे अखिलेश और राहुल आजकल साथ-साथ साइकिल की सवारी कर रहे हैं या फिर महाराष्ट्र का जहां कांग्रेसी विचारधारा की प्रबल आलोचक और विरोधी रही बाल ठाकरे की शिवसेना, जो आज सोनिया गांधी के पल्लू के नीचे ही राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहती है।

खैर, बात चाहे जो भी हो लेकिन चुनावी मौसम के आगे तो होली का त्यौहार भी फीका पड़ता नजर आता है। क्योंकि इस त्यौहार में जो दुश्मनों के मिलन के मधुर संगीत सुनाई देते हैं उसको उचित रूप से चरितार्थ तो चुनावी त्यौहार करते हैं। ठीक यही हाल आजकल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का है जो कल तक तो मोदी के गुण गाते फिरते थे लेकिन चुनाव की ऐसी बयार चली कि आज उनको कांग्रेस के युवराज के सामने नतमस्तक होते हुए देखा जा सकता है।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए जमकर खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस के शासनकाल में किये गये कार्यों को ही भुना रही है। ज्यादातर योजनाएं यूपीए सरकार में ही शुरू की गयी थीं। जिसका नाम बदलकर मोदी आज मलाई काटने में लगे हुए हैं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि यदि कांग्रेस सरकारों ने काम न किया होता तो मोदी आज अफ्रीका के किसी पिछड़े देश का राजकाज संभाल रहे होते।

शिवसेना ने आगे कहा कि मोदी की नोटबंदी के फैसले से देश में अराजकता का माहौल फैल गया है लेकिन वे इसे मानने को तैयार ही नहीं हैं। इसके साथ ही शिवसेना ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गई ‘रेनकोट’ वाली टिप्पणी पर भी मोदी को आड़े हाथो लिया। उन्होने कहा कि मोदी एक भ्रष्ट नेता हैं और उनका सत्ता में होना भी भ्रष्टाचार है।

शिवसेना ने आगे कहा कि जिस देश में स्वतंत्रता के दौरान एक सुई तक नहीं बनती थी। आज वही देश आर्थिक एवं औद्योगिक विकास के अग्रिम स्थान पर खड़ा है। यह सब किसी और की देन नहीं बल्कि कांग्रेस के 60 साल के शासन का ही परिणाम है कि भारत ग्लोबल स्तर पर आज इतना उन्नत बन चुका है।

शिवसेना ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि आज का समय ऐसा हो चुका है कि आपसे कहा जाएगा कि आप आंखें मूंद कर मानिये कि पिछली सरकार सिर्फ भ्रष्ट थी नहीं तो आपको राष्ट्रविरोधी करार दे दिया जाएगा और मार डाला जाएगा।

इंदिरा गांधी का उल्लेख करते हुए शिवसेना ने कहा कि उन्होने ही 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में सबको सबक सिखाया था। उन्होने राष्ट्रविरोधियों पर कभी पाखंडी रुख नहीं अपनाया और न ही नोटबंदी जैसा तानाशाही फैसला लेकर गरीबों को परेशान किया। इसीलिए अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हे ‘दुर्गा’ की संज्ञा दी थी।

शिवसेना ने राजीव गांधी की भी सराहना की और कहा कि उनके पास स्वच्छ तरीके से काम करने की इच्छाशक्ति थी। भले ही उन पर बोफोर्स घोटाले का दाग लगा हो लेकिन भारत में संचार क्रांति का जनक भी उन्हे ही कहा जाता है।

शिवसेना ने बताया कि राजीव गांधी के ही प्रयासों से आज प्रौद्योगिकी का विकास संभव हुआ है। वहीं नरसिंह राव और मनमोहन सिंह ने ही देश आर्थिक असंतुलन से बचाने में अहम भूमिका निभाई थी। नहीं तो पीएम मोदी आज सोमालिया या बुरूंडी जैसे किसी अफ्रीकी देश की कमान संभाल रहे होते।

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