यूपी के लिए सीएम पद का चेहरा तय, दो दिन बाद होगा औपचारिक ऐलान
कानपुर। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी के लिए सोमवार का दिन बेहद खास रहा। सोमवार से मिशन 2017 के लिए आरएसएस ने भी अपनी कमर कस ली। मां गंगा की पावन नगरी कानपुर में आज से आरएसएस की तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत हो गई। आपको बता दें कि संघ का मानना है कि बीजेपी के लिए 13 तारीख विशेष महत्व रखती है।
आरएसएस की बैठक
13 तारीख का विशेष महत्व देखते हुए एक बार फिर इसी तारीख को संघ प्रमुख से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और महासचिव राम माधव की मुलाकात होनी है। यह माना जा रहा है कि इस दिन की बैठक में यूपी की सियासत को लेकर पार्टी अपनी रूपरेखा तय करेगी। वहीं इसके अलावा इसी दिन यूपी के लिए सीएम पद के उम्मीदवार का चेहरे का भी ऐलान हो जाएगा।
कानपुर में होगा यूपी के बीजेपी फेस का ऐलान
यह बैठक बिठूर स्थित महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कालेज में होगी। खबरों के मुताबिक 13 जुलाई को बैठक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव राम माधव, संगठन मंत्री रामलाल सहित कई अन्य महत्वपूर्ण नेता भाग लेने वाले हैं। इसी के बाद से यह माना जा रहा है कि इस दिन सर संघचालक मोहन भागवत के साथ यूपी के ताजा हालातों पर चर्चा होगी। वहीं इसी दिन यहां यूपी के लिए मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के चेहरे पर भी मुहर लग जाएगी।
आरएसएस की पसंद पर लगेगी मुहर
माना जा रहा है कि आरएसएस यूपी में गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ को भाजपा का सीएम उम्मीदवार बनाएगी। योगी के नाम पर मुहर लगाने के लिए अमित शाह भी इस बैठक में शामिल होंगे। इससे पहले यूपी के बस्ती में हुई योगी आदित्यनाथ की रैली में उनके लिए लगे नारों के गवाह अमित शाह खुद बने थे। यहां उन्होंने संकेत भी दिया था कि योगी ही यूपी भाजपा के सीएम उम्मीदवार होंगे। हालांकि तब तारीख तय नहीं की गई थी।
13 तारीख इसलिए शुभ
आपको बता दें कि आखिर आरएसएस 13 तारीख को इतना शुभ क्यों मानती है? दरअसल इसी तारीख को पहली बार केंद्र में भाजपा की सरकार आई थी। इसी तारीख को पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान नामांकन भी किया था।
ये उम्मीदवार भी रेस में
वहीं बात करें बीजेपी के सीएम चेहरे की तो इस दिन तीन नेताओं पर आरएसएस और बीजेपी की यह पूरी चर्चा केंद्रित रहेगी। इन चेहरों में वरुण गांधी, स्मृति ईरानी और योगी आदित्यनाथ शामिल हैं। बताया जा रहा है कि आरएसएस अयोध्या में राम मंदिर निर्माण करवाने के लिए यूपी में एक हिंदूवादी नेता को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाना चाहती है लेकिन बीजेपी इस पर सहमत नहीं है।
दरअसल यूपी के लिए आरएसएस की पहली पसंद योगी आदित्यनाथ ही बताए जा रहे हैं। अब देखना होगा कि क्या इस तारीख को आरएसएस और बीजेपी में योगी आदित्यनाथ को लेकर बात बन जाएगी या फिर कोई अन्य चेहरा को बीजेपी के लिए यूपी की गद्दी संभालेगा।