आतंकी मॉड्यूल: आरोपी के पिता ने कहा- ट्रॉली के जैक को बताया जा रहा रॉकेट लॉन्चर

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) की तर्ज पर बने हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम संगठन का पर्दाफाश किया है।

मामले में जांच एजेंसी ने बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की हैं। इनमें से एक है, मौलवी मुफ्ती मो. सुहैल, जिसे इस आईएस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।

एनआईए के सूत्र बताते हैं कि दिल्ली में जन्मे मुफ्ती सुहेल जिसका कोड नेम हजरत है, उसे करीब नौ माह पहले फेसबुक पर विदेश से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई।

उसके संपर्क में आते ही सोहैल जेहादी साहित्य व वीडियो भेजकर तैयार किया जाने लगा। खुद रेडिकलाइज्ड होने के बाद सोहैल ने अमरोहा में मस्जिद के जरिए युवाओं को जिहाद के लिए बरगलाना शुरु कर दिया।

आरोपियों के पास से मिला था हथियार और विस्फोटक

एजेंसी ने सुहैल के अलावा 9 अन्य लोगों को अमरोहा, हापुड़ और दिल्ली के सीलमपुर से गिरफ्तार किया गया है। इन पर हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम नाम के संगठन के हिस्सा होने और इस्लामिक स्टेट से जुड़ने का आरोप है।

जांच एजेंसी ने आरोपियों के पास से आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले हथियार, विस्फोटकों के अलावा एक देसी रॉकेट लॉन्चर भी बरामद किया है।

एनआई के मुताबिक, मुख्य आरोपियों में सईद और रईस अहमद नाम के दो भाई भी शामिल हैं। दोनों अमरोहा में अलग-अलग जगहों पर वेल्डिंग की दुकानें चलाते थे। गुरुवार को दोनों दुकानें सील कर दी गईं।

बताया जा रहा है कि इन दोनों की दुकानों से एनआईए ने अधिकतर विस्फोटक (बारूद, सल्फर, पोटेशियम क्लोरेट) और रॉकेट लॉन्चर बरामद किया है। रईस की वर्कशॉप के आसपास के दुकानदारों का कहना है कि वह गन्ने ढोने वाले ट्रॉलियों की मरम्मत करता था।

आरोपी के पिता बोले- रॉकेट लॉन्चर ने ट्रैक्टर का जैक था

हालांकि रईस के पिता हबीब का दावा है कि जांच एजेंसी जिसे रॉकेट लॉन्चर बता रही है, वह ट्रॉली में इस्तेमाल होने वाला हाइड्रोलिक जैक है। हबीब ने कहा, ‘आप गांव में पता कर सकते हो।

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अधिकतर ट्रॉलियों में यह होता है। एनआईए ने इसे रॉकेट लॉन्चर बता दिया है।’ पिता ने कहा कि एनआईए ने दुकान और घर सभी की तलाशी भी ली है।

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वहीं रईस के एक रिश्तेदार ने बताया, ‘वे सब कुछ बोरे में भरकर सील करकर ले गए। ऐसे हाइड्रॉलिक जैक अभी भी दुकान में पड़े हैं, जिसे अब सील कर दिया गया है।

किसी को उन्हें बताना चाहिए कि सल्फर का वेल्डिंग में इस्तेमाल होता है। एनआईए बस कबाड़ इकट्ठा करके ले गई। वहां कोई व्यक्ति बम बनाने की कोशिश नहीं कर रहा था।’

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