आज तक किसी बकरे या घोड़े ने चश्मा नहीं लगाया
विवाहित – मित्र आपने अभी तक,
शादी क्यों नहीं की?
अविवाहित (मुस्कराते हुए)- जाको राखे साइयां,
मार सके ना कोय…
जोक्स 2
पिता- तुम कैसे सिद्ध करोगे…
साग-पात खाने वाले की,
निगाहें तेज होती है?
पुत्र- आज तक किसी ने बकरे या घोड़े को,
चश्मा लगाते देखा है क्या!
जोक्स 3
कल शाम एक औरत को ठिठुरता देख,
एक लड़के ने अपना कम्बल,
उसको दे दिया…
उसने कम्बल फेंकते हुए कहा,
“गरीब नही हूँ शादी मे जा रही हूँ.”