आज का सुविचार: चाणक्य ने बताया व्यक्तियों के श्री हीन होने का कारण, कहीं आप भी तो नहीं करते यह काम

आचार्य चाणक्य बहुत गुणवान और विद्वान थे। वह शिक्षक होने के साथ ही एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे। अपनी कुशलता को प्रबल करने के लिए चाणक्य ने पूरी निष्ठा से गहन अध्ययन किया था। चाणक्य ने अपने कौशल और बुद्धि के बल से जीवन में सफलता प्राप्त करने की कई नीतियां बनाई थीं। चाणक्य द्वारा बनाई गई उन सभी नीतियों का संग्रह चाणक्य नीति शास्त्र में है। आज हम उन्हीं नीतियों में से कुछ नीतियां आपको बताने जा रहे हैं जिससे आपके विचारों में बदलाव होने के साथ ही आपके दैनिक जीवन में भी सुधार हो जाएगा।

♦ इस काम से माँ लक्ष्मी होती हैं प्रसन्न

चाणक्य ने बताया कि जो लोग महनत करते हैं व आलस्य का मुंह नहीं देखते उनसे माँ लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती हैं। परिश्रम करने वाले लोगों पर लक्ष्मी जी की कृपा हमेशा बनी रहती है व उनके पास धन-वैभव की कमी नहीं रहती। इसलिए यदि आपको भी माता लक्ष्मी को प्रसन्न रखना है तो आप हमेशा परिश्रम कीजिए व इस से कभी भी जी ना चुराइए।

♦ किसी भी व्यक्ति हो धोखा न दें

चाणक्य के मुताबिक जो व्यक्ति लोगों के साथ छल-कपट करता है व धोखे से किसी का धन लेता है उससे लक्षमा जी कभी भी प्रसन्न नहीं रहती। ऐसे लोग जो बिना परिश्रम के दूसरे के धन को प्रप्त करते हैं उनसे माता लक्ष्मी हमेशा के लिए रूठ जाती हैं और वे लोग जल्द ही धनहीन हो जाते हैं। जिसके कारण व्यक्ति को काफी परिशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

♦ सत्य के मार्ग को चुनें

सत्य को अपनाने वाले व्यक्ति से लक्ष्मी माँ कभी भी अप्रसन्न नहीं होती। जो भी लोग सत्य के मार्ग पर चलते हैं चाणक्य के मुताबिक ऐसे लोगों का साथ ईश्वर देता है व इन लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती। यदि आपको भी माता लक्ष्मी के आशीर्वाद की कामना रखते हैं तो आपको सत्य का मार्ग अपनाना चाहिए। ऐसा करने से ना ही सिर्फ अप जल्द धनवान होंगे बल्कि आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी।

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