आखिर क्यों प्रिय है भगवान शिव को सावन का महीना

थोड़े ही दिन बाद सावन का महीना आरंभ होने जा रहा है। 6 जुलाई, सोमवार को सावन का पहला दिन है। सावन का महीना भगवान शिव को बहुत ही प्रिय होता है। सावन के महीने में शिवजी की विशेष पूजा करने की परंपरा है।

सावन के महीने में मंदिरों में सुबह से ही भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है। मान्यता है कि पर्वतराज हिमालय के घर पर देवी सती का पार्वती के रूप में दोबारा जन्म हुआ था। देवी पार्वती ने भगवान शिव को दोबारा से अपना पति बनाने के लिए सावन के महीने में ही कठोर तपस्या की थी। इसके बाद भगवान शिव प्रसन्न होकर माता पार्वती की मनोकामना को पूरा करते हुए उनसे विवाह किया था। सावन के महीने में ही भगवान भोले शंकर ने देवी पार्वती को पत्नी माना था इसलिए भगवान शिव को सावन का महीना बहुत ही प्रिय होता है।

वहीं एक दूसरी मान्यता के अनुसार जब देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन चल रहा था तब समुद्र से विष का घड़ा निकला था। लेकिन इस विष के घड़े को न ही देवता और न ही असुर लेने को तैयार हो रहे थे। तब विष के प्रभाव को खत्म करने के लिए और समस्त लोकों की रक्षा करते हुए भगवान शंकर ने इस विष का पान किया था। विष के प्रभाव से भगवान शिव का ताप बढ़ता जा रहा था तब सभी देवताओं ने विष के प्रभाव को कम करने के लिए भगवान शंकर पर जल चढ़ाना शुरू कर दिया था। तभी से सावन के महीने में भगवान शिव का जलाभिषेक करने की परंपरा चली आ रही है।

6 जुलाई को सावन का पहला सोमवार
सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष होता है। ऐसे में जब सोमवार के दिन सावन के महीने का आरंभ हो रहा हो तो दिन और भी महत्वपूर्ण बन जाता है। 6 जुलाई 2020 को सावन का पहला सोमवार है। ऐसे में इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद शिव मंदिर में जाना चाहिए। सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें फिर शिवलिंग पर जल से अभिषेक करना चाहिए। इसके बाद शिवलिंग पर बिल्व पत्रों चढ़ाएं। अन्य दूसरी पूजा-सामग्री से शिव लिंग का श्रृंगार करें।

महिलाएं रखती हैं सावन सोमवार का व्रत
सावन सोमवार का व्रत विवाहित महिलाएं और कन्याएं दोनों रखती हैं। विवाहित महिलाएं जहां अपने पति की लंबी आयु और अच्छी सेहत की मनोकामना के लिए सावन सोमवार का व्रत रखती है तो वहीं कन्याएं भगवान शिव की तरह भविष्य में अच्छे वर का कामना के साथ सावन सोमवार का उपवास रखती हैं। व्रत करने वाली महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद शिव मंदिर जाकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं। सावन में शिव-पार्वती की पूजा करने से विवाह संबंधी सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिलती है।

इस बार 5 सावन सोमवार
इस बार सावन के महीने में पांच सोमवार आएगा। सावन का महीना कुल 29 दिनों तक चलेगा। सोमवार के दिन से सावन का पहला सोमवार होगा और सोमवार के ही दिन सावन का आखिरी दिन होगा। सावन के महीने में कई शुभ योग बनेंगे।

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